जयपुर. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हैं. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एमएस स्वामीनाथन की बेटी डॉ मधुरा स्वामीनाथन के बयान का हवाला देकर एमएसपी के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, NDA सरकार को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक किसानों को MSP देने की घोषणा अविलम्ब करनी चाहिए. तब जाकर उनको दिए गए भारत रत्न का सम्मान है. एमएस स्वामीनाथन की पुत्री डॉ मधुरा स्वामीनाथन ने कहा है कि सरकार को किसानों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करने की बजाय उनकी बात सुननी चाहिए और उन्हें साथ लेकर चलना चाहिए.
यूपीए सरकार ने लागू की 175 सिफारिशें: इस पोस्ट में अशोक गहलोत ने आगे लिखा, UPA सरकार ने अपने कार्यकाल में स्वामीनाथन आयोग की 201 में से 175 सिफारिशें लागू कर दी थीं एवं बाकी पर काम जारी था. अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गारंटी दी है कि केन्द्र में सरकार आने पर कानून बनाकर किसानों को MSP की गारंटी दी जाएगी.
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हाइवे पर जाम को लेकर कही यह बात: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक दूसरी पोस्ट में अशोक गहलोत ने लिखा, NH-48 दिल्ली-जयपुर हाइवे परंपरागत रूट है. पिछले लगभग 15 वर्ष से इस हाइवे पर जनता को भारी परेशानी एवं वाहन चालकों को घंटों तक जाम का सामना करना पड़ रहा है. वादे तो सभी मंत्रियों ने किए, लेकिन पता नहीं किस स्तर पर लापरवाही हो रही है. सरकार को इस स्थिति का संज्ञान लेकर ट्रैफिक मूवमेंट के लिए एक वैकल्पिक योजना बनानी चाहिए जिससे वाहनों के लम्बे जाम से राहत मिल सके.