सरगुजा: जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. यहां कलेक्टर सरगुजा विलास भोसकर ने हाथी के डर से मचान पर रहने वाले परिवारों से मुलाकात की है और उनके हालात का जायजा लिया. कलेक्टर ने हर माह मुआवजे की जानकारी लेने सहित तमाम व्यवस्थाओं के निर्देश दिए हैं.
हर माह ड्यूटी लगाने के निर्देश: दरअसल ईटीवी भारत ने जिले के लुंड्रा विकासखंड में रहने वाले एक ऐसे कोरवा परिवार की खबर दिखाई थी, जो हाथी के डर से पेड़ के ऊपर मचान बनाकर रहता है. उनका घर हाथी तोड़ देते हैं, लेकिन उनको ना तो पीएम आवास मिला है, ना ही अन्य सुविधाएं मिली है. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. सरगुजा में ऐसे कई हाथी प्रभावित क्षेत्र हैं, जहां लोग पेड़ पर चढ़कर अपना जीवन बचाते हैं. लिहाजा कलेक्टर एक ऐसे ही क्षेत्र में खुद पहुंचे और वन विभाग के साथ वहां दौरा किया. उन्होंने वन विभाग समेत राजस्व टीम को मुआवजा प्रकरण बनाने के लिए हर माह ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं.
हाथी प्रभावित क्षेत्र का कलेक्टर ने किया निरीक्षण: कलेक्टर विलास भोसकर ने शनिवार को मैनपाट के हाथी प्रभावित ग्राम कण्डराजा में आंगनबाड़ी सह हाथी संकट प्रबंधन केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होंने यहां ग्रामीणों से बात कर हाथी के विचरण और नुकसान की स्थिति की जानकारी ली. ग्रामीणों ने मुआवजा के संबंध में अपनी मांग रखी, जिस पर कलेक्टर ने डीएफओ सरगुजा और एसडीएम मैनपाट को राजस्व विभाग एवं वन विभाग की संयुक्त टीम को ड्यूटी लगाकर सर्वे करने तथा लगातार निरीक्षण के निर्देश दिए.
ग्रामीणों की सुविधा को लेकर दिए निर्देश: इस दौरान कलेक्टर ने कहा, "हर माह 1 और 15 तारीख को प्रशासनिक टीम गांव में जाकर जरूर निरीक्षण करे और ग्रामीणों से बातचीत करे. किसी भी तरह की हानि की स्थिति में तत्काल प्रकरण तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित करें. हाथी के गांव के नजदीक आने पर ग्रामीण पक्की छतों पर मचाननुमा घर बनाकर आश्रय लेते हैं. ग्रामीणों ने पक्के घरों में छतों पर जाने के लिए सीढ़ी की सुविधा की मांग को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. निरीक्षण के दौरान आरईएस अधिकारियों को इस क्षेत्र के सभी 7 संकट प्रबंधन केंद्रों में आवश्यकता अनुसार शेल्टर की मरम्मत करवाने के लिए निर्देश दिया गया है, जिससे ग्रामीणों को आवश्यक व्यवस्था मिल सके."
जिला कलेक्टर ने शनिवार को हाथी प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर ने डीएफओ सरगुजा और एसडीएम मैनपाट को राजस्व विभाग एवं वन विभाग की संयुक्त टीम को ड्यूटी लगाकर सर्वे करने के साथ ही लगातार निरीक्षण के निर्देश दिए. -रवि राही, एसडीएम, सीतापुर
ग्रामीणों को सीढ़ी की सुविधा देने के निर्देश: कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान अन्य समस्याओं को भी गम्भीरता से सुनकर समस्या निपटान का निर्देश दिए. गांवों में हाई मास्ट लाइट लगाने की मांग की. गांव में भ्रमण कर उन्होंने हाथी से बचाव को लेकर ग्रामीणों की ओर से घर के पास निर्मित मचान में खुद चढ़कर निरीक्षण किया. साथ ही यहां सीढ़ी की सुविधा देने के निर्देश दिए.