पलामू: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की घोषणा अगले कुछ दिनों में होने वाली है. 2024 का झारखंड विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. भारतीय जनता पार्टी से वर्तमान विधायक आलोक चौरसिया, मनोज सिंह, पूर्व डिप्टी मेयर मंगल सिंह, अरुण शंकर, ज्योति पांडेय जबकि इंडिया ब्लॉक के तरफ से कांग्रेस के केएन त्रिपाठी, जैश रंजन पाठक झारखंड मुक्ति मोर्चा के राजेंद्र कुमार सिंह के नाम चर्चा में हैं.
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से इस बार चुनाव दिलीप सिंह नामधारी की भी चर्चा है, दिलीप सिंह नामधारी झारखंड के पहले विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी के पुत्र हैं. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से 1952 में सबसे पहले विधायक अमियो कुमार घोष बने थे. सबसे अधिक छह बार इंदर सिंह नामधारी जबकि चार बार पूरन चंद विधायक बने.
1861 में अंग्रेज कर्नल ने बसाया था डालटनगंज
डालटनगंज शहर को 1861 में कर्नल डाल्टन ने बसाया था. डालटनगंज का नाम बदलकर मेदिनीनगर हो गया, लेकिन अभी भी यह डालटनगंज भंडरिया विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है. डालटनगंज पलामू में है, जबकि भंडरिया गढ़वा में है. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत माओवादियों का ट्रेनिंग सेंटर रहे बूढ़ा पहाड़ का इलाका. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र पलामू प्रमंडल का आईना माना जाता है. डालटनगंज में ही कमिश्नर और जोनल आईजी का कार्यालय है. पलामू प्रमंडल में एकमात्र नगर निगम (मेदिनीनगर) डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत है.
10 वर्षों में हमने वैसे लोगों को सम्मान दिया है जो वर्षों से वंचित रहे है, 10 वर्षों में जो कार्य हुए हैं वह कभी नहीं हुए हैं, विकास कार्य के जो भी नेम प्लेट लगे हैं वह आलोक चौरसिया के हैं. गांव में भी चले जाए तो कई विकास कार्य हुए हैं. हम विकास के मुद्दों को लेकर चुनाव में जाने वाले है. - आलोक चौरसिया, विधायक, डालटनगंज.
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र में हैं 3.98 लाख वोटर
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र में 398314 वोटर हैं. जिसमें से 204257 पुरुष और 194055 महिला वोटर्स हैं. जबकि दो थर्ड जेंडर वोटर हैं. इस विधानसभा क्षेत्र का जेंडर रेशियो 950 है. इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मेदिनीनगर सदर, मेदिनीनगर नगर निगम, चैनपुर, रामगढ़, सतबरवा एवं गढ़वा के भंडरिया का इलाका आता है. विधानसभा क्षेत्र की सीमा छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से सटी हुई.
डालटनगंज क्षेत्र पिछले 10 वर्षों में काफी पिछड़ गया है, उनके कार्यकाल में कई योजनाएं स्वीकृत हुई थी. पेयजल संकट और खास महल के संकट को दूर करने के लिए उन्हें कई कदम उठाए थे. उनका सपना है कि इलाके से पलायन की समस्या को दूर किया जाए एवं मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना हो. विधानसभा क्षेत्र के लिए उन्होंने कई योजनाएं बना रखी है. उनकी प्राथमिकता है कि डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को नौकरी दी जाए एवं पेयजल की संकट को दूर किया जाए - केएन त्रिपाठी, पूर्व विधायक.
डालटनगंज विधानसभा में पेयजल एवं पलायन की समस्या
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र पूरे झारखंड में पेयजल संकट के लिए जाना जाता है. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर गर्मी के दिनों में ड्राई जोन में तब्दील हो जाता है. मेदिनीनगर पेयजल आपूर्ति योजना फेज 2 की शुरुआत हुई, लेकिन यह शहरी इलाकों में पेयजल की संकट को दूर करेगा. वहीं, विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चैनपुर रामगढ़ भंडरिया का इलाका पलायन के लिए चर्चित है. इलाके नौकरी के लिए पलायन करते हैं. इलाके में कोई औद्योगिक घराना नहीं है. विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा दशकों से नक्सल समस्या से जूझ रहा था. हालांकि विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी मौजूद है. डालटनगंज का शहरी इलाका खास महाल जमीन के लीज नवीनीकरण के संकट से जूझ रहा है.
डालटनगंज विधानसभा सीट का इतिहास
2019 में डालटनगंज विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त वोट |
आलोक चौरसिया | भाजपा | 103698 |
केएन त्रिपाठी | कांग्रेस | 82181 |
राहुल अग्रवाल | जेवीएम | 12061 |
2014 में डालटनगंज विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त वोट |
आलोक चौरसिया | झाविमो | 59202 |
केएन त्रिपाठी | कांग्रेस | 43571 |
मनोज कुमार सिंह | बीजेपी | 42,597 |
2009 में डालटनगंज विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त वोट |
केएन त्रिपाठी | कांग्रेस | 43571 |
दिलीप नामधारी | भाजपा | 39338 |
अनिल कुमार चौरसिया | बीएसपी | 37,380 |
2005 में डालटनगंज विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त वोट |
इंदर सिंह नामधारी | जेडीयू | 45386 |
अनिल कुमार चौरसिया | निर्दलीय | 41625 |
ज्ञान चरण पांडे | राजद | 22954 |
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से कौन-कौन रहे हैं विधायक
2014 और 2019 आलोक चौरसिया, 2009 केएन त्रिपाठी, 1990, 1995, 2000, 2005 से 2007 तक इंदर सिंह नामधारी, 1985 ईश्वर चंद्र पांडेय, 1980 इंदर सिंह नामधारी, 1967, 1969, 1972, 1977 पूरनचंद, 1962, सच्चिदानंद त्रिपाठी, 1957 उमेश्वरी चरण 1952 अमियो कुमार घोष
कैसा था 2014 और 2019 का चुनाव परिणाम
2019 में भारतीय जनता पार्टी के आलोक चौरसिया को 103698 वोट मिला था. जो 47.57 प्रतिशत था. कांग्रेस के के इन त्रिपाठी को 82181 वोट मिला था जो 37.7 प्रतिशत था. 2014 में झारखंड विकास मोर्चा के आलोक चौरसिया को 59202 वोट मिला था जो 29.78 प्रतिशत था. कांग्रेस के के इन त्रिपाठी को 54855 वोट मिला था, जो 27.6 प्रतिशत था. भारतीय जनता पार्टी के मनोज सिंह को 42597 वोट मिला था जो 21.42 प्रतिशत था. निर्दलीय दिलीप सिंह नामधारी को 8892 वोट मिला था. पूर्व आईपीएस अधिकारी पीके सिद्धार्थ भारतीय सुराज दल से चुनाव लड़े थे उन्हें 1659 वोट मिला था. 2014 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद आलोक चौरसिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे.
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