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डॉक्टर्स का कमाल, लाइलाज मिर्गी, पार्किंसन का दिमागी छेद से ढूंढा सुपर मुफ्त इलाज

जबलपुर मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पार्किंसन, मिर्गी, डिस्टोनिया का इलाज अनोखे अंदाज में शुरु. डॉक्टर मस्तिष्क में एक छोटा छेद कर थर्मल एनर्जी से ठीक कर रहे हैं.

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जबलपुर मेडिकल कॉलेज में फ्री इलाज (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 19, 2024, 12:44 PM IST

Updated : Oct 19, 2024, 12:58 PM IST

जबलपुर : शहर का नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज इन दिनों गंभीर बीमरियों से पीड़ित मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बन गया है. यहां मौजूद सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ऐसी-ऐसी बीमारियों का इलाज होने लगा है, जिन्हें लोग अबतक लाइलाज मानकर हार मान लेते थे. सबसे खास बात तो ये है कि इन लाइलाज बीमारियों का यहां मुफ्त इलाज किया जा रहा है. डॉक्टर्स का दावा है कि नई तकनीक के माध्यम से मिर्गी, पार्किंसन और डिस्टोनिया जैसी बीमारियों का भी यहां मुफ्त इलाज किया जा रहा है.

डिस्टोनिया, पार्किंसन और मिर्गी का फ्री इलाज

डॉक्टर जतिन बजाज, डॉ. अवधेष सिंह के मुताबिक, '' तंत्रिका से जुड़ी बीमारी पार्किंसन, मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी मिर्गी और न्योरोलॉजिकल बीमारी डिस्टोनिया का यहां फ्री इलाज किया जा रहा है. इन सभी जटिल बीमारियों को यहां आसानी से ठीक किया जा सकता है और इससे जु़ड़ी हर तकनीक जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मौजूद है.''

नई तकनीकों का लिया सहारा

यहां के डॉक्टर्स और मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वे इन ज्यादार मस्तिष्क से जुड़ी हुई बीमारियों में नई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. इसमें मस्तिष्क में एक छोटा सा छेद बनाते हैं और इससे एक वायर डालकर उस हिस्से तक पहुंचते हैं जो बीमारी से संबंधित रहता है. फिर इससे हिस्से का ट्रीटमेंट थर्मल एनर्जी से किया जाता है, जिससे तेजी से राहत मिलती है. इस जटिल प्रक्रिया के दौरान न्यूरोलॉजी और न्यूरो सर्जरी दोनों के डॉक्टर एक साथ काम करते हैं.

किसे मिल सकता है मुफ्त इलाज?

सुपर स्पेशलिटी प्रबंधन के मुताबिक यहां लाइलाज बीमारियों का भी इलाज फ्री है. यहां आयुष्मान कार्ड धारक और सरकार की योजनाओं से लाभ पाने वाले निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार के लोग भी यहां इलाज करवा सकते हैं.

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अस्पताल में डॉक्टरों की मौजूदगी में तांत्रिक ने किया इलाज, दवा से ज्यादा झाड़-फूंक पर विश्वास

जबलपुर : शहर का नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज इन दिनों गंभीर बीमरियों से पीड़ित मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बन गया है. यहां मौजूद सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ऐसी-ऐसी बीमारियों का इलाज होने लगा है, जिन्हें लोग अबतक लाइलाज मानकर हार मान लेते थे. सबसे खास बात तो ये है कि इन लाइलाज बीमारियों का यहां मुफ्त इलाज किया जा रहा है. डॉक्टर्स का दावा है कि नई तकनीक के माध्यम से मिर्गी, पार्किंसन और डिस्टोनिया जैसी बीमारियों का भी यहां मुफ्त इलाज किया जा रहा है.

डिस्टोनिया, पार्किंसन और मिर्गी का फ्री इलाज

डॉक्टर जतिन बजाज, डॉ. अवधेष सिंह के मुताबिक, '' तंत्रिका से जुड़ी बीमारी पार्किंसन, मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी मिर्गी और न्योरोलॉजिकल बीमारी डिस्टोनिया का यहां फ्री इलाज किया जा रहा है. इन सभी जटिल बीमारियों को यहां आसानी से ठीक किया जा सकता है और इससे जु़ड़ी हर तकनीक जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मौजूद है.''

नई तकनीकों का लिया सहारा

यहां के डॉक्टर्स और मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वे इन ज्यादार मस्तिष्क से जुड़ी हुई बीमारियों में नई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. इसमें मस्तिष्क में एक छोटा सा छेद बनाते हैं और इससे एक वायर डालकर उस हिस्से तक पहुंचते हैं जो बीमारी से संबंधित रहता है. फिर इससे हिस्से का ट्रीटमेंट थर्मल एनर्जी से किया जाता है, जिससे तेजी से राहत मिलती है. इस जटिल प्रक्रिया के दौरान न्यूरोलॉजी और न्यूरो सर्जरी दोनों के डॉक्टर एक साथ काम करते हैं.

किसे मिल सकता है मुफ्त इलाज?

सुपर स्पेशलिटी प्रबंधन के मुताबिक यहां लाइलाज बीमारियों का भी इलाज फ्री है. यहां आयुष्मान कार्ड धारक और सरकार की योजनाओं से लाभ पाने वाले निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार के लोग भी यहां इलाज करवा सकते हैं.

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Last Updated : Oct 19, 2024, 12:58 PM IST
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