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ट्रैफिक मैनेजमेंट में फेल कर्मचारियों की होगी 'छुट्टी', यातायात पुलिस में दोबारा नहीं मिलेगी एंट्री - Traffic Director Arun Mohan Joshi - TRAFFIC DIRECTOR ARUN MOHAN JOSHI

Traffic Director Arun Mohan Joshi यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत यातायात व्यवस्था संभालने में फेल कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा और उन्हें उनके मूल संवर्ग में वापस भेजा जाएगा.

Traffic Director Arun Mohan Joshi
यातायात प्रबंधन में फेल कर्मचारियों की होगी 'छुट्टी' (PHOTO- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 13, 2024, 7:00 PM IST

ट्रैफिक मैनेजमेंट में फेल कर्मचारियों की होगी 'छुट्टी' (video-ETV Bharat)

देहरादून: यातायात निदेशालय द्वारा प्रदेश की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में यातायात निदेशक रुण मोहन जोशी ने निर्णय लिया है कि यातायात निदेशालय प्रत्येक यातायात कर्मचारियों के कार्यों का आकलन करेगा, जो भी कर्मचारी यातायात प्रबंधन की नजर से उपयुक्त नहीं पाया जाएगा, उसे यातायात पुलिस की ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा. ऐसे पुलिस कर्मचारियों को भविष्य में कभी भी यातायात पुलिस में तैनाती नहीं दी जाएगी और उन्हें उनके मूल संवर्ग में वापस भेजा जाएगा.

यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने राज्य में यातायात प्रबंधन में नियुक्त सभी अपर उपनिरीक्षक यातायात और अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात के कर्मचारियों को नाम और पदनाम के साथ स्पष्ट कार्य आंवटन और उसका विस्तृत आंकलन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इससे न केवल उनके कार्यों में पारदर्शिता और अनुशासन परिलक्षित होगा, बल्कि कर्मचारियों की कार्यक्षमता का आंकलन भी प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा.

इसके अलावा पुलिस महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी ने जनपदों में नियुक्त सभी अपर उपनिरीक्षक यातायात और अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात स्तर तक के कर्मचारियों के लिए चरणबद्व तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. कर्मचारियों की क्षमता और उनके अनुभव के अनुसार प्रत्येक अधिकारी को नाम और पदनाम के साथ कार्यों का आवंटन किया जाएगा, ताकि वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी तरीके से संपन्न कर सकेंगे. सभी अधिकारी और कर्मचारियों को उनके उत्तरदायित्वों और जिम्मेदारियों के बारे में स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं.

सभी एसएसपी और एसपी यातायात का यह व्यक्तिगत उत्तरदायित्व होगा कि अपर उपनिरीक्षक यातायात/अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात स्तर तक के प्रत्येक कर्मचारी की कार्यक्षमता का वस्तुनिष्ठ (Objective) मूल्यांकन उन्हें आवंटित कार्यों के आधार पर करें. यातायात कर्मियों का मूल्यांकन Scientific Tools (जैसे Google Map आदि) के तुलनात्मक अध्ययन में पाए गए अपेक्षित सुधार द्वारा किया जाएगा. साथ ही इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट 1 महीने बाद यातायात निदेशालय को भी भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं.


यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि सभी मानकों को मद्देनजर रखते हुए प्रत्येक यातायात कर्मचारियों के कार्यों का आकलन किया जाएगा, जो भी कर्मचारी यातायात प्रबंधन की नजर से प्रभावी नहीं पाए जाएंगे, उन सभी कर्मियों को यातायात पुलिस की ड्यूटी से मुक्त करते हुए उन्हें यातायात प्रबन्धन के लिए निष्प्रभावी चिन्हित किया जाएगा और उन्हें उनके मूल संवर्ग में वापस किया जाएगा.

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यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने राज्य में यातायात प्रबंधन में नियुक्त सभी अपर उपनिरीक्षक यातायात और अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात के कर्मचारियों को नाम और पदनाम के साथ स्पष्ट कार्य आंवटन और उसका विस्तृत आंकलन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इससे न केवल उनके कार्यों में पारदर्शिता और अनुशासन परिलक्षित होगा, बल्कि कर्मचारियों की कार्यक्षमता का आंकलन भी प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा.

इसके अलावा पुलिस महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी ने जनपदों में नियुक्त सभी अपर उपनिरीक्षक यातायात और अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात स्तर तक के कर्मचारियों के लिए चरणबद्व तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. कर्मचारियों की क्षमता और उनके अनुभव के अनुसार प्रत्येक अधिकारी को नाम और पदनाम के साथ कार्यों का आवंटन किया जाएगा, ताकि वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी तरीके से संपन्न कर सकेंगे. सभी अधिकारी और कर्मचारियों को उनके उत्तरदायित्वों और जिम्मेदारियों के बारे में स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं.

सभी एसएसपी और एसपी यातायात का यह व्यक्तिगत उत्तरदायित्व होगा कि अपर उपनिरीक्षक यातायात/अपर गुल्मनायक से निरीक्षक यातायात स्तर तक के प्रत्येक कर्मचारी की कार्यक्षमता का वस्तुनिष्ठ (Objective) मूल्यांकन उन्हें आवंटित कार्यों के आधार पर करें. यातायात कर्मियों का मूल्यांकन Scientific Tools (जैसे Google Map आदि) के तुलनात्मक अध्ययन में पाए गए अपेक्षित सुधार द्वारा किया जाएगा. साथ ही इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट 1 महीने बाद यातायात निदेशालय को भी भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं.


यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि सभी मानकों को मद्देनजर रखते हुए प्रत्येक यातायात कर्मचारियों के कार्यों का आकलन किया जाएगा, जो भी कर्मचारी यातायात प्रबंधन की नजर से प्रभावी नहीं पाए जाएंगे, उन सभी कर्मियों को यातायात पुलिस की ड्यूटी से मुक्त करते हुए उन्हें यातायात प्रबन्धन के लिए निष्प्रभावी चिन्हित किया जाएगा और उन्हें उनके मूल संवर्ग में वापस किया जाएगा.

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