उदयपुर. राजस्थान के गोगुंदा इलाके में आदमखोर पैंथर का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पैंथर लगातार लोगों पर हमले कर रहा है. पैंथर के हमले से ग्रामीण इलाके में लगातार दहशत और डर का माहौल है. गुरुवार को भी पैंथर के हमले की दो घटनाएं सामने आई. एक घटना के बाद तो ग्रामीण का विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला. पैंथर की दस्तक से ग्रामीण आग-बबूला हो गए. पिछले दिनों दोनों गांव के दो जनों की मौत के बावजूद पैंथर पकड़ में नहीं आने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने वन कर्मियों को मौके से खदेड़ दिया विभाग के वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए.
इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम पहुंची उदयपुर : अब आदमखोर पैंथर के खात्मे के लिए स्पेशल ऑपरेशन शुरू किया जाएगा. मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पवन उपाध्याय ने इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम का गठन किया है. आज से 6 अक्टूबर तक सीसीएफ वाइल्डलाइफ जयपुर टी मोहन राज, सरिस्का फील्ड डायरेक्टर संग्राम सिंह कटियार, रामगढ़ विषधारी डीसीएफ संजीव शर्मा की तीन सदस्यीय ईआरटी टीम गोगुंदा के इलाकों में ऑपरेशन चलाएगी. 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर के लिए एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ राजेश गुप्ता, रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर अनूप के आर, केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर के डीसीएफ मानस सिंह की 3 सदस्यीय मौजूद रह सकते हैं.
![आदमखोर पैंथर को शूट के लिए स्पेशल ऑपरेशन](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/04-10-2024/rj-7203313-03udaipurmein-pantherkaaatank-story-top_04102024085025_0410f_1728012025_610.jpg)
गुरुवार कोई घटना के बाद लोगों में विरोध : गुरुवार को ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन के साथ ही स्कूल में बने स्थाई कंट्रोल रूम पर पत्थर भी फेंके. बता दें की कल जहां कैलाश भाई और उसका पुत्र नरेश पुरी घर के पास ही अपने खेत में गए थे जहां पैंथर ने उन पर हमला करने की कोशिश की. हल्ला करने पर ग्रामीण दौड़कर पहुंचे तो पैंथर भाग गया. घटना की सूचना पर जैसे ही वन विभाग की टीम पहुंची तो ग्रामीण उग्र हो गए. उन्होंने वन विभाग की टीम को उल्टे पैर दौड़ा दिया. ग्रामीणों का आरोप है की सूचना के बाद भी वन विभाग की टीम देर से मौके पर पहुंची. घटना के बाद कलेक्टर पोसवाल और अन्य अधिकारी ग्रामीणों से मुलाकात की और जल्द ही पैंथर को पकड़ने की बात कही है. वहीं बुधवार को भी एक कांस्टेबल प्रदीप चौधरी पर पैंथर में हमले का प्रयास किया जिसके बाद कांस्टेबल ने दो फायर किए लेकिन पैंथर झाड़ियां में चला गया.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा हाई कोर्ट में याचिका दायर की जाए : बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में गोगुंदा इलाके में आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए निर्णय पर रोक नहीं लगाई. वहीं मामले में याचिकाकर्ता से राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर करने को कहा है. याचिकाकर्ता अजय दुबे को राजस्थान हाईकोर्ट जाने की दी छूट दी. जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस केवी विश्वनाथन व जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने ये आदेश दिए. अतिरिक्त महाधिवक्ता शिव मंगल शर्मा राज्य और वन विभाग की ओर से हुए पेश हुए. अदालत को बताया 'यह आदेश राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में है, संबंधित तेंदुआ पहले ही सात लोगों की जान ले चुका है.
गांव की स्कूलों में बच्चों में भय का माहौल : बता दे कि ग्रामीण इलाके में पैंथर का आतंक किस कदर है स्कूल जाने वाले बच्चे भी डर के साए में है. जिस इलाके के बच्चे गांव के जंगल से हंसते खेलते हुए स्कूल जाते थे उन्हें छोड़ने के लिए अब जाने वाला और लेने वाला भी घबरा रहा है. स्कूलों में बच्चों को पैंथर सावधानी बरतने की बात भी समझे जा रही है इसके अलावा अकेले घर से नहीं निकलने को भी कहा जा रहा है. शिक्षा विभाग ने इसके लिए विशेष तौर से बात भी बताइए. वहीं स्कूलों में बच्चों की संख्या भी कम हुई है.