रुद्रप्रयाग: गुप्तकाशी-छेनागाड-बसुकेदार मोटरमार्ग पर लमगौंडी और नागजगई के बीच मोटरमार्ग का पुस्ता ढहने से बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. गुप्तकाशी से रुद्रप्रयाग जाने वाले बडे़ वाहनों की आवाजाही विद्यापीठ-चुन्नी बैण्ड मोटरमार्ग से होने के कारण घंटों जाम लगना आम बात हो गयी है, जिससे तीर्थ यात्रियों व स्थानीय लोगों को मंजिल तक पहुंचने में घंटों का समय लग रहा है. मोटरमार्ग पर पुस्ता ढहने से हरिद्वार, देहरादून-गुप्तकाशी-नागजगई बस सेवा भी प्रभावित होने से जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दो माह पूर्व रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर कुण्ड में मन्दाकिनी नदी पर बने पुल के निचले हिस्से में भू-कटाव होने के कारण स्थानीय प्रशासन ने पुल पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी. विगत दिनों नेशनल हाईवे द्वारा पुल के नीचे भू-कटाव वाले स्थान का ट्रीटमेंट करने के बाद कुण्ड में मन्दाकिनी नदी पर बने पुल पर छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारू कराई गई थी, मगर बड़े वाहनों की आवाजाही गुप्तकाशी-नागजगई मोटरमार्ग से से जारी थी.
विगत दिनों गुप्तकाशी-छेनागाड-बसुकेदार मोटर मार्ग पर लंमगौण्डी के मध्य मोटर मार्ग का पुस्ता ढहने से मोटर मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से तीर्थ यात्रियों व स्थानीय जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मोटरमार्ग का पुस्ता ढहने के कारण गुप्तकाशी से नागजगई होते हुए गिवाडी गांव पहुंचने वाले बड़े वाहनों की आवाजाही विद्यापीठ-चुन्नी बैण्ड से होने के कारण मोटर मार्ग पर घन्टों जाम लगने से तीर्थ यात्रियों व स्थानीय जनता को मंजिल तक पहुंचने में घन्टो का समय लग रहा है.
सामाजिक कार्यकर्ता महेश बगवाडी ने बताया कि गुप्तकाशी-छेनागाड-बसुकेदार मोटरमार्ग पर लंबगौण्डी-नागजगई के मध्य मोटरमार्ग का पुस्ता ढहने से मोटर मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से स्थानीय जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि देहरादून और हरिद्वार-गुप्तकाशी-नागजगई बस सेवायें भी बाधित हैं. गुप्तकाशी में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत नागजनई के नौनिहालों को उक्त स्थल तक सफर पैदल तय करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग के एई अनुज भारद्वाज ने बताया कि पांच दिन पूर्व मोटरमार्ग पर पुस्ता ढहने से बड़े वाहनों की आवाजाही ठप हो गयी है.
उन्होंने बताया कि पुस्ता ढहने के बाद भी बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए प्राप्त जगह तो है, मगर वाहन के ऊपरी हिस्से की चट्टान में वाहनों के टकराने की सम्भावना बनी हुई है, एक सप्ताह के अन्तर्गत बड़े वाहनों की आवाजाही के प्रयास किये जा रहे हैं.
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