दुर्ग: केन्द्र सरकार की ओर से देश के सरकारी स्कूलों को बेहतर करने की शुरुआत की गई है. इसके तहत हर जिले से कुछ सरकारी स्कूलों का चयन हो रहा है. दुर्ग जिला से भी 11 स्कूलों का चयन किया गया है. इन स्कूलों में पीएमश्री के तहत स्मार्ट स्कूल बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
दुर्ग के 11 स्कूलों को किया जा रहा डेवलप: दरअसल, 19 फरवरी को केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राज्य शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में इसकी शुरुआत की थी. केंद्र सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों में 11 स्कूल दुर्ग जिले के चयन किए गए हैं. इन स्कूलों में दुर्ग ब्लॉक के विनायकपुर, बोरसी, उतई रुआबांधा, बालाजी नगर और पाटन ब्लॉक के अखरा, गभरा, बिजली नगर और धमधा ब्लॉक के पथरिया बानबरद, जरवाय के प्राथमिक स्कूलों का चयन किया गया है. इन स्कूलों को पीएम श्री स्कूल योजना के तहत डेवलप किया जा रहा है. इस बारे में नोडल अधिकारी सुरेंद्र पाण्डेय ने जानकारी दी कि नई शिक्षा नीति पर सीखने पर फोकस कर शिक्षा स्तर को बेहतर किया जाएगा.
नई शिक्षा नीति के तहत सीखने पर ज्यादा फोकस किया जाएगा. पीएम श्री स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम, खेल सुविधाएं और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा. साथ ही इन स्कूलों में आईसीटी और डिजिटल क्लास रूम भी होगा. ताकि उनके शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाया जा सके. -सुरेंद्र पाण्डेय, नोडल अधिकारी, शिक्षा विभाग
जानिए क्या है पीएमश्री स्कूल: दरअसल, पीएमश्री स्कूल का उद्देश्य 14,500 स्कूल को मॉडल स्कूल में बदलकर आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है. इस योजना के तहत बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी. पीएमश्री का मुख्य उद्देश्य स्कूल को अपग्रेडेशन करना है.इसके तहत छत्तीसगढ़ में कुल 211 स्कूलों का चयन हुआ है. इनमें दुर्ग जिले के 11 स्कूल भी शामिल है. इन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल की तर्ज पर डेवलप करने की तैयारी शुरू हो गई है.