मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: भरतपुर तहसील से लगे करीब 40 गांवों में बिजली पिछले दो दिनों से गायब है. गांव वालों की शिकायत है कि उनके यहां हमेशा से बिजली गुल ही रहती है. त्योहार के मौसम में बिजली का गुल होना अब उनके लिए आम बात हो गई है. गांव वालों का कहना है कि पिछली सरकार में भी कमोबेश ऐसे ही हालात रहे. बिजली की समस्या को दूर करने के लिए अफसरों ने कभी ठोक कदम नहीं उठाया. भरतपुर तहसील के कई गांव मध्य प्रदेश की सीमा से लगते हैं. जिसमें कन्नौज, कुआरी, नौडिया, पडरी, और ओह्निया गांव शामिल हैं.
बिजली गुल होने पर सियासत फुल: बीजेपी नेता और विधायक रेणुका सिंह ने बीते दिनों ही ये कहा था कि ''बिजली की समस्या के लिए कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार है. कांग्रेस की जब पांच साल सरकार रही तब उसने घटिया बिजली के सामान और उपकरणों का इस्तेमाल किया. जिसके चलते बिजली की समस्या लगातार लोगों को झेलनी पड़ रही है''. विधायक ने कहा कि ''जल्द ही इस दिक्कत को दूर कर लिया जाएगा''.
''दूर दराज के गांवों में बिजली की मरम्मत करने में थोड़ा वक्त लगता है. हमारी कोशिश है कि हम जल्द से जल्द बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से बहाल कर दें''. - एनपी सिंह, बिजली विभाग के कर्मचारी
''बिजली की जो भी दिक्कतें लोगों को हो रही हैं उसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. पांच साल जब कांग्रेस की सरकार थी तब उसने घटिया सामान लगवा दिए. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द बिजली की दिक्कत दूर हो''. - रेणुका सिंह, बीजेपी विधायक
जंगली जानवरों का बना रहता है खतरा: एमसीबी जिले में भालू और जंगली जानवरों का खौफ लगातार बना रहता है. बारिश के दिनों में अक्सर जंगली जानवर और सांप बिच्छू रिहायशी इलाकों में भटक कर चले आते हैं. बिजली नहीं होने से जंगली और जहरीले जानवरों का खतरा गांव वालों के लिए बना रहता है. अब देखना ये है कि दो दिनों से कटी ये बिजली कबतक गांव में बहाल होती है.