जयपुर: त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है और दिवाली तक बाजारों में जमकर खरीदारी होगी. इसी बीच वाहनों की खरीद भी नए रिकॉर्ड बना सकती है. खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री सबसे अधिक होने की उम्मीद है. राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएम अग्रवाल का कहना है कि बीते कुछ समय से इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में तेजी देखने को मिली है. खासकर टू व्हीलर और फोर व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन राजस्थान में बड़ी संख्या में बिक रहे हैं और त्योहारी सीजन पर इस बार तकरीबन 500 करोड़ के इलेक्ट्रिक वाहन बिक सकते हैं. इनमें थ्री व्हीलर भी शामिल हैं.
राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन का यह भी कहना है पिछले कुछ समय से बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों के नए-नए मॉडल देखने को मिले हैं. खासकर टाटा, एमजी और बीवाईडी ऑटोमोबाइल कंपनियां ग्राहकों के लिए हर सेगमेंट की गाड़ी उपलब्ध करवा रही है. इसके अलावा टू व्हीलर कंपनियों में एथर, ओला, बजाज, टीवीएस आदि कंपनियों ने अपने नए मॉडल बाजार में उतारे हैं और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की बिक्री भी लगातार बढ़ रही है.
कीमतें हुई कम: राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि देश में जब इलेक्ट्रिक गाड़ियां लांच हुई थीं, तब उनकी कीमतें काफी अधिक थीं. लेकिन पिछले कुछ समय में लिथियम आयन बैट्री की कीमतों में कमी आने के बाद इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती हुई हैं. इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल को चलाना काफी कम खर्चीला है, तो ऐसे में लगातार इनकी मांग बढ़ती जा रही है. मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कुछ बड़ी कंपनियां लगभग 1 से 3 लाख रुपए तक की छूट अपनी गाड़ियों पर दे रही हैं. पिछले 2 साल में राजस्थान में इलेक्ट्रिक सेगमेंट में तकरीबन 20 लाख से अधिक वाहन बिक चुके हैं.
सरकार दे रही रियायत: राजस्थान की बात करें, तो इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर राज्य सरकार की ओर से रियायत भी दी जा रही है. हालांकि गहलोत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर सब्सिडी देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक उसका फायदा आम जनता को नहीं मिल पा रहा. राजस्थान में फिलहाल इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने पर आरटीओ रजिस्ट्रेशन के रूप में लिए जाने वाले शुल्क को माफ किया गया है. इसके साथ ही इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने पर सरकार रियायती दर पर बिजली दे रही है.