ETV Bharat / state

Rajasthan: सरिस्का बफर जोन में शिकार के लिए लगाया करंट, दो शिकारियों को किया गिरफ्तार

सरिस्का टाइगर रिजर्व के अलवर बफर जोन में शिकार के लिए करंट लगाने वाले दो शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है.

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

two hunters arrested
दो शिकारियों को किया गिरफ्तार (ETV Bharat Alwar)

अलवर: सरिस्का टाइगर रिजर्व के अलवर बफर जोन में शिकार के लिए करंट लगाने वाले दो शिकारियों को वनकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया. सीराबास के पास मीना की ढाणी निवासी शिकारियों ने वन्यजीवों का शिकार करने के लिए बफर जोन में गुरुवार देर रात करंट लगाया था. वन विभाग की टीम को शिकारियों की हरकत का पता चलने पर देर रात मौके पर पहुंचकर करंट के तार हटाया और सीराबास में मीना की ढाणी के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अभी फरार है.

शिकार के लिए छोड़ा तारों में करंट, दो शिकारी पकड़े (ETV Bharat Alwar)

अलवर बफर रेंज के रेंजर शंकर सिंह ने बताया कि 17 अक्टूबर की रात को सूचना मिली कि बफर जोन स्थित सीराबास के पास एक खेत में 11 हजार केवी लाइन से तार लगा कर करंट छोड़ रहे हैं. खेत में करंट लगाने की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करंट वाले तार को हटाया गया. उन्होंने बताया कि यह किसी भी वन्यजीव के लिए खतरा हो सकता था. कारण है कि जब टीम मौके पर पहुंची, तब तार में करंट आ रहा था. वनकर्मियों ने सीराबास में मीना की ढाणी निवासी राजेंद्र मीणा व दिनेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया. न्यायालय के निर्देश अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: श्रीगंगानगर में काले हिरण की गोली मारकर हत्या, वन्यजीव प्रेमियों ने सड़क पर लगाया जाम - Blackbuck Haunted in Sriganganagar

करंट लगाने वाली जगह वन्यजीवों का विचरण: अलवर बफर जोन में सिलीसेढ़ के पास सीराबास स्थित है. यह क्षेत्र बाघ, पैंथर एवं अन्य वन्यजीवों का विचरण का क्षेत्र है. अलवर बफर जोन में अभी 7 टाइगर हैं. इनमें तीन शावक भी हैं. सरिस्का टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पहले भी शिकारियों की ओर से खेतों में तार लगाकर करंट प्रवाहित करने और खेतों में तार का फंदा लगाने की घटनाएं हो चुकी हैं. सरिस्का में बाघ एसटी-11 की मौत भी इंदौक के पास खेत में तार का फंदा लगाने से हुई थी. वहीं खेतों में करंट लगाने से भी वन्यजीवों की मौत हो चुकी है.

अलवर: सरिस्का टाइगर रिजर्व के अलवर बफर जोन में शिकार के लिए करंट लगाने वाले दो शिकारियों को वनकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया. सीराबास के पास मीना की ढाणी निवासी शिकारियों ने वन्यजीवों का शिकार करने के लिए बफर जोन में गुरुवार देर रात करंट लगाया था. वन विभाग की टीम को शिकारियों की हरकत का पता चलने पर देर रात मौके पर पहुंचकर करंट के तार हटाया और सीराबास में मीना की ढाणी के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अभी फरार है.

शिकार के लिए छोड़ा तारों में करंट, दो शिकारी पकड़े (ETV Bharat Alwar)

अलवर बफर रेंज के रेंजर शंकर सिंह ने बताया कि 17 अक्टूबर की रात को सूचना मिली कि बफर जोन स्थित सीराबास के पास एक खेत में 11 हजार केवी लाइन से तार लगा कर करंट छोड़ रहे हैं. खेत में करंट लगाने की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करंट वाले तार को हटाया गया. उन्होंने बताया कि यह किसी भी वन्यजीव के लिए खतरा हो सकता था. कारण है कि जब टीम मौके पर पहुंची, तब तार में करंट आ रहा था. वनकर्मियों ने सीराबास में मीना की ढाणी निवासी राजेंद्र मीणा व दिनेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया. न्यायालय के निर्देश अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: श्रीगंगानगर में काले हिरण की गोली मारकर हत्या, वन्यजीव प्रेमियों ने सड़क पर लगाया जाम - Blackbuck Haunted in Sriganganagar

करंट लगाने वाली जगह वन्यजीवों का विचरण: अलवर बफर जोन में सिलीसेढ़ के पास सीराबास स्थित है. यह क्षेत्र बाघ, पैंथर एवं अन्य वन्यजीवों का विचरण का क्षेत्र है. अलवर बफर जोन में अभी 7 टाइगर हैं. इनमें तीन शावक भी हैं. सरिस्का टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पहले भी शिकारियों की ओर से खेतों में तार लगाकर करंट प्रवाहित करने और खेतों में तार का फंदा लगाने की घटनाएं हो चुकी हैं. सरिस्का में बाघ एसटी-11 की मौत भी इंदौक के पास खेत में तार का फंदा लगाने से हुई थी. वहीं खेतों में करंट लगाने से भी वन्यजीवों की मौत हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.