भरतपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रत्येक उम्मीदवार के लिए खर्च की सीमा गत चुनाव से 25 लाख रुपए बढ़ाकर 95 लाख रुपए तय कर दी है. उम्मीदवार भी चुनाव जीतने के लिए प्रचार प्रसार में जुट गए हैं और बढ़-चढ़कर खर्च करने में लगे हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो प्रदेश के 25 लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों के चुनाव में 27.91 करोड़ रुपए खर्च हुए. इनमें जनजातीय क्षेत्र बांसवाड़ा के प्रत्याशी सबसे ज्यादा खर्चीले साबित हुए. वहीं, जयपुर के प्रत्याशी सबसे कम खर्चे पर चुनाव जीत जाते हैं.
249 प्रत्याशी, 27.91 करोड़ खर्च : निर्वाचन विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 249 प्रत्याशी चुनाव लड़े. इनमें से 11 प्रत्याशी ऐसे थे, जिन्होंने अपने चुनाव खर्च की जानकारी ही नहीं दी. ऐसे में 238 प्रत्याशियों ने चुनाव में कुल 27,91,05,204 रुपए खर्च किए.
बांसवाड़ा के प्रत्याशी सबसे ज्यादा खर्चीले : वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी प्रत्याशियों की ओर से प्रस्तुत की गई खर्चे की जानकारी के हिसाब से प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों की औसत खर्चे की रिपोर्ट सामने आई. बांसवाड़ा के प्रत्याशियों का औसत चुनाव खर्च 23,15,429 रुपए रहा, जो कि प्रदेश में सर्वाधिक था. वहीं, भीलवाड़ा के प्रत्याशियों का औसत खर्च 22,34,926 रुपए रहा. करौली-धौलपुर का 22,13,924 रुपए, टोंक-सवाई माधोपुर का 20,42,478 रुपए, झालावाड़-बारां का 16,33,559 रुपए और भरतपुर लोकसभा के प्रत्याशियों का औसत खर्च 14,54,517 रुपए रहा.
दुनिया का सबसे महंगा चुनाव : इस बार लोकसभा चुनाव में केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रत्येक उम्मीदवार के लिए खर्च की सीमा बढ़ाकर 95 लाख रुपए कर दी है. ऐसे में सेंटर फॉर स्टडीज का अनुमान है कि देश में वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव का खर्च 1.20 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है, जो कि दुनिया का सबसे महंगा चुनाव होगा.