रांची: भारत निर्वाचन आयोग के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और नितेश व्यास ने रामगढ़ में बैठक की. झारखंड में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2024 को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार और सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी.
पतरातू के सरकारी गेस्ट हाउस में समीक्षा बैठक के दौरान सीनियर डीईसी नितेश व्यास ने कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों के वैसी हाउसिंग सोसाइटी जहां 500 से अधिक मतदाता हैं. वहां भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश के अनुरूप सोसाईटी के अंदर ही नया मतदान केंद्र बनाया जाए. भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने राज्य में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को कई अहम अन्य निर्देश भी दिए. इस दौरान राज्य के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों से संबंधित प्रतिवेदन आयोग के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किये.
घर-घर मतदाता सत्यापन पर दें जोर
भारत निर्वाचन आयोग अधिकारियों ने राज्य में चल रही द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में मतदाता सूची के अद्यतनीकरण, घर-घर सत्यापन, डिजिटाइजेशन, पुराने लेमिनेटेड मतदाता पहचान पत्र के नवीनीकरण, पहचान पत्रों के वितरण, हर मतदान केंद्र पर आवश्यक न्यूनतम सुविधाओं, जन शिकायतों के निस्तारण की स्थिति एवं लोकसभा निर्वाचन में मतदान प्रतिशत जैसे विषयों पर विस्तृत समीक्षा की एवं जरूरी दिशा निर्देश दिए. डीआईसी ने राज्य में सभी प्रकार के मतदाता पंजीकरण से जुड़े लंबित आवेदनों को मिशन मोड में निष्पादित करने का आदेश दिया. सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को त्रुटि-रहित और अद्यतन मतदाता सूची का प्रकाशन सुनिश्चित करवाने को लेकर निदेशित किया.
विशेष जागरूकता अभियान चलाएं
भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा बुलाई गयी बैठक में सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि सभी जिला में युवाओं, दिव्यांगजनों, महिलाओं, पीवीटीजी समेत अन्य वर्गों को मतदाता सूची में पंजीकृत करवाने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाएं. समावेशी मतदाता सूची बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करने के साथ ही विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के शत-प्रतिशत छात्रों का मतदाता सूची में पंजीकरण करवाने को लेकर सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी गंभीर प्रयास करें. आयोग के वरीय पदाधिकारियों की ओर से बीएलओ एवं मतदाताओं के बीच कोऑर्डिनेशन बढ़ाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता बताई गयी.
पॉलिटिकल पार्टियों के साथ निश्चित अंतराल पर बैठक करते रहने का निर्देश
भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने राज्य के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निदेश दिया कि वे राजनीतिक दलों के साथ नियमित अंतराल पर बैठकें करते रहें. साथ ही उनके द्वारा बताये गए बिंदुओं पर समुचित कार्रवाई करने के साथ-साथ उन्हें नियमित रूप से संबंधित अद्यतन जानकारी भी देते रहें. समीक्षा के क्रम में भारत निर्वाचन आयोग के वरीय पदाधिकारियों ने राज्य स्तरीय टीम के साथ-साथ जिलों को निर्वाचन पदाधिकारियों से कहा कि मतदाता पहचान पत्रों के वितरण कार्य की भी नियमित मॉनिटरिंग जरूर करें. मतदाता पंजीकरण के बाद अगर मतदाता पहचान पत्र वितरण में निर्धारित समय से अधिक विलंब होता है तो पोस्ट ऑफिस के साथ समन्वय कर इस कार्य में तेजी लाए. सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी मतदाता पंजीकरण या मतदाता पहचान पत्र से जुड़ी सभी जनशिकायतों का समय पर निराकरण करते रहें, भले ही शिकायतें किसी भी माध्यम से मिली हो.
इस क्रम में सीनियर डीईसी नितेश व्यास ने कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों के वैसी हाउसिंग सोसाइटी जहां 500 से अधिक मतदाता रहते हैं. वहां भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के अनुरूप सोसाइटी के अंदर ही नया मतदान केंद्र बनाएं. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम जितना दक्षतापूर्वक और त्रुटि रहित होगा, मतदान प्रतिशत उतना ही बेहतर होगा.
स्वच्छ और निष्पक्ष लोकसभा चुनाव के लिए हुई प्रशंसा
भारत निर्वाचन आयोग के वरीय पदाधिकारियों ने झारखंड में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष लोकसभा चुनाव संपन्न कराने पर देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त की ओर से झारखंड के सीईओ एवं पूरे राज्य की निर्वाचन टीम को बधाई दी.
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से वरीय उप निर्वाचन आयुक्त श्री धर्मेंद्र शर्मा व वरीय उप निर्वाचन आयुक्त श्री नितेश व्यास ने आज रामगढ़ के पतरातू में राज्य के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की..!!@ECISVEEP @SpokespersonECI pic.twitter.com/XY0DzlJDKJ
— Chief Electoral Officer, Jharkhand (@ceojharkhand) July 11, 2024
इस बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के प्रधान सचिव अरविंद आनंद, झारखंड के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा सहित राज्य के सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीसी) और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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