देहरादूनः लोकसभा चुनाव 2024 संपन्न होने के बाद अब उत्तराखंड में रिक्त दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने के संबंध में भारतीय निर्वाचन आयोग ने कैलेंडर जारी कर दिया है. जारी की गई सूचना के मुताबिक, 10 जुलाई को दोनों विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही चुनाव का नोटिफिकेशन 14 जून को जारी होगा. दरअसल, उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटें- मंगलौर (हरिद्वार जिला) और बदरीनाथ (चमोली जिला) विधानसभा सीट खाली चल रही हैं, जिस पर उपचुनाव होने हैं. इसके साथ ही हरिद्वार व चमोली जिले में आचार संहिता लागू हो गई है.
गौर है कि, मंगलौर विधानसभा सीट से बीएसपी विधायक सरवत करीम अंसारी का 30 अक्टूबर 2023 को नोएडा के अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था. जिसके बाद से ही ये विधानसभा सीट खाली चल रही है. बता दें कि, मंगलौर सीट पर उपचुनाव के संबंध में एक याचिका हाईकोर्ट में पेंडिग थी जिसके चलते यहां लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव नहीं हो सका था. अब याचिका निस्तारण के बाद ये संभव हो सका है.
इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही बदरीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी ने 17 मार्च 2024 को विधानसभा सदस्य के पद से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था. जिसके बाद से ही बदरीनाथ विधानसभा सीट भी खाली चल रही है.
ऐसे में प्रदेश में खाली दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग ने 10 जून को अधिसूचना जारी कर दी है. जारी अधिसूचना के अनुसार-
- 14 जून को चुनाव से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा.
- इसके साथ ही 14 जून से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.
- 21 जून नामांकन की अंतिम तिथि रखी गई है.
- 24 जून को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी.
- 26 जून नाम वापसी की अंतिम तिथि रखी गई है.
- 10 जुलाई को दोनों ही विधानसभा सीटों पर मतदान होगा.
- 13 जुलाई को मतगणना के साथ ही चुनावी नतीजे जारी होंगे.
राज्य चुनाव आयोग ने की बीफ्रिंग: भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से जारी कैलेंडर के बाद राज्य चुनाव आयोग ने भी उपचुनाव पर ब्रीफिंग की. मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि डेट जारी होने के साथ ही राज्य के दो जिलों में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू हो गया है. संबंधित विधानसभा के अधिकारियों के ऊपर ट्रांसफर-पोस्टिंग लागू होगा. वहीं, जो अधिकारी 6 महीने के अंदर रिटायर हो रहे हैं उनपर ये रूल लागू नहीं होगा.
बता दें कि, चुनाव की तारीखों के ऐलान होने के बाद उस राज्य या विधानसभा में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है. इस दौरान चुनावी क्षेत्र में अगर कोई अधिकारी अपने होमटाउन में तैनात है या फिर 3 साल से अधिक उसका कार्यकाल उस चुनावी क्षेत्र में हो गया है, तो उसे चुनाव आयोग तत्काल प्रभाव से दूसरी जगह ट्रांसफर करता है. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि चुनाव को पूरी पारदर्शिता और निर्विघ्न संपन्न कराया जा सके.
चुनाव आयोग को संविधान में ऐसी शक्तियां प्राप्त हैं जिसके आधार पर वो इस प्रक्रिया को पूरा करता है. अनुच्छेद 324 में चुनाव आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से चुनाव संचालन करवाने के लिए यह व्यवस्था लागू करता है ताकि कोई भी अधिकारी/कर्मचारी अगर लंबे समय से एक ही जगह तैनात है तो वो चुनाव में किसी को फायदा या नुकसान न पहुंचा सके इसलिए चुनावों के समय में ट्रांसफर-पोस्टिंग की जाती है.
वीबीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि प्रदेश के दो विधानसभाओं में होने जा रहे उपचुनाव के मद्देनजर 342 पोलिंग बूथों पर मतदान कराया जाएगा. बदरीनाथ विधानसभा में 210 पोलिंग बूथ और मंगलौर विधानसभा में 132 पोलिंग बूथों पर मतदान होगा. इसके साथ ही दोनों विधानसभाओं में कुल 2,22,075 मतदाता हैं और 2821 सर्विस वोटर हैं जो मतदान करेंगे. मंगलौर विधानसभा सीट पर कुल 1,19,930 सामान्य मतदाता और 255 सर्विस वोटर हैं. इसी तरह बदरीनाथ विधानसभा सीट पर कुल 1,02,145 सामान्य मतदाता और 2566 सर्विस मतदाता हैं.
भाजपा ने किया उपचुनाव जीतने का दावा: उपचुनाव को लेकर उत्तराखंड भाजपा बेहद उत्साह में है. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी हर चुनौती के लिए हमेशा तैयार रहती है. अब उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है तो पार्टी उपचुनाव का भी बेहतर तरीके से सामना करेगी. जल्द ही पार्टी अपने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू करेगी और नाम केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजा जाएगा. जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी की घोषणा होगी. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी उपचुनाव को भी जीतेगी.
कांग्रेस ने की तैयारी: कांग्रेस पार्टी ने उपचुनाव की तिथि की घोषणाओं का स्वागत किया है. कांग्रेस का कहना है कि मंगलौर और बदरीनाथ विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव को कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती के साथ लड़ने जा रही है. पार्टी के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी का कहना है कि उपचुनाव को लेकर पहले से ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने वार्ड और ब्लॉक स्तर पर भ्रमण करके लोगों से संवाद स्थापित कर लिया है. सोमवार को करन माहरा बदरीनाथ विधानसभा पहुंचकर उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर रहे हैं. इसके बाद वह मंगलौर विधानसभा में जाकर कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने जा रहे हैं.
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