लखनऊ : ईद के चांद का दीदार मंगलवार को नहीं हुआ. अब रोजेदार रमजान के पूरे 30 रोजे रखेंगे. 30 रोजे रखने के बाद गुरुवार को शहर में ईद का त्योहार पूरे अकीदत और एहतराम के साथ मनाया जाएगा. ईदगाह में ईद की नमाज सुबह 10 बजे अदा की जाएगी. वहीं, बड़ा इमामबाड़ा की आसिफी मस्जिद में सुबह 11 बजे ईद की नमाज अदा की जाएगी. वहीं मरकज़ी चांद कमेटी ने ऐलान किया है कि ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी.
इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि 29 रमजान मंगलवार को शव्वाल के चांद की तस्दीक नहीं हुई है, लिहाजा बुधवार को 30वां रोजा होगा और गुरुवार को ईद मानी जाएगी. शिया धर्मगुरु सैफ अब्बास और मुफ्ती इरफान मियां ने भी चांद न होने की तस्दीक की और गुरुवार को ईद मानने का एलान किया. मौलाना खालिद रशीद ने बताया कि मस्जिद के बाहर कोई भी लोग नमाज अदा न करें. सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से मस्जिदों में नमाज के इंतजाम किए जाएं. सड़क पर नमाज पढ़ना मना किया गया है, सभी लोग इसका खास ख्याल रखें. त्योहार मनाने में किसी भी लोगों को तकलीफ नहीं होनी चाहिए, सभी लोग मिलजुल त्योहार मनाएं.
ईद की तैयारियों को लेकर बाजार इस समय अपने पूरे शबाब पर है. रविवार को नगर के मुख्य बाजार, चौक व अमीनाबाद, आलमबाग की रौनक बढ़ गई. महिलाओं में इस बार ईद में डिजाइनर गरारा, लांग गाउन समेत मेरठ व मुरादाबादी सूट का फैशन सिर चढ़कर बोल रहा है. दुकानदारों ने भी ईद के लिए एक से बढ़कर एक लिबास का इंतजाम कर रखा है. वहीं, लजीज पकवान से त्योहार को खास बनाने के लिए महिलाओं में गजब का उत्साह है. नए कपड़ों में सज-धजकर खुद को आकर्षक दिखाने की बच्चों में होड़ मची हुई है.