लखनऊ: कृष्णा पटेल की नेतृत्व वाली अपना दल (कमेरावादी) ने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान को वापस ले लिया है. अपना दल के साथ लोकसभा चुनाव में कोई गठबंधन होने के अखिलेश के बयान का असर देखने को मिला है. जिसके बाद अपना दल कमेरावादी पार्टी बेकफुट पर आ गई. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसले को निरस्त कर दिया है.
अखिलेश के बयान का दिखा असर: दरअसल अपना दल (के) की तरफ से तीन प्रत्याशी उतारने की घोषणा के बाद. अखिलेश यादव ने नाराज होकर गठबंधन नहीं होने की बात कहकर अपना दल से पल्ला झाड़ लिया था. जिसके बाद पल्लवी पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इंडिया गठबंधन के स्तर पर अलायंस को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की थी. जिसके बाद विपक्षी दलों की ओर से हुई बातचीत के बाद अपना दल ने अपना स्टैंड बदला. माना जा रहा है कि कृष्णा पटेल को एक सीट फूलपुर दी जा सकती है. इसी आश्वासन पर अपना दल मानी है.
पल्लवी पटेल का छलका दर्द : बता दें कि, अपना दल (के) की नेता पल्लवी पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि, हमें इंडिया गठबंधन की हर बैठक में बुलाया गया था. जिसमें हम लोगों ने कांग्रेस और सपा को प्रस्ताव दिया था कि, फूलपुर, कौशांबी और मिर्जापुर में हम चुनाव लड़ेंगे. साथ ही पल्लवी ने यह भी कहा कि, अपना दल से अखिलेश यादव को जो उम्मीद है, हम उम्मीद पूरा करेंगे. अब कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन को तय करना है कि उनको पिछड़ा दलित के नेताओं की जरूरत है कि नहीं और अपना दल को साथ रखना है या नहीं, कांग्रेस नेतृत्व और इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को यह बताना चाहिए.
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