जमशेदपुर: शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन पदभार ग्रहण करते ही एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारीयों के साथ बैठक कर साकची स्थित सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया. उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण स्तर तक के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले इसे लेकर सरकार पूर्ण रूप से गंभीर है. उन्होंने कहा कि केरल और दिल्ली की शिक्षा नीति को समझने के लिए वे विभागीय टीम के साथ वहां का दौरा करेंगे.
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बिष्टुपुर स्थित सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिये. मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा कि राज्य में गुणवत्ता युक्त शिक्षा की व्यवस्था हो इसे लेकर सरकार ने दृढ़ संकल्प लिया है. शहर के अलावा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए योजनाबद्ध तरिके के काम किया जा रहा है. शिक्षा विभाग में कई त्रुटियां हैं जिसे जल्द ही दूर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 26 हजार शिक्षकों की बहाली का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. फैसला आने के बाद और अतिरिक्त शिक्षकों की बहाली होगी. सीबीएसई पैटर्न में छात्रों को संपूर्ण शिक्षा मिले, इसे लेकर सरकार गंभीरता पूर्वक काम कर रही है.
मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि जहां ड्रॉप आउट छात्रों की संख्या ज्यादा है, वहां इस मामले का कारण जानने के लिए विभाग को कहा गया है. उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि झारखंड से IPS और IAS बनकर निकले. सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है. वर्तमान में इन स्कूलों की संख्या कम है, आगामी पांच वर्षो मे इस स्कूल की संख्या 4 हजार तक पहुंचाने का लक्ष्य है. केरल और दिल्ली की तर्ज पर झारखंड में बेहतर गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रणाली हो इसके अध्ययन के लिए वो विभागीय टीम के साथ वहां का दौरा करेंगे.
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