नीमकाथाना: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर नीमकाथाना आए. जहां उन्होंने नीमकाथाना जिले के नरसिंहपुरी में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय के जीर्णोद्धार भवन का लोकार्पण किया. इस दौरान मीडिया के शिक्षा में नवाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिक्षा में कोई नवाचार नहीं हो रहा, केवल बने हुए नियमों को ठीक ढंग से लागू करवा रहे हैं.
मदन दिलावर ने कहा कि पहले भी यही नियम रहा है कि विद्यालय में मोबाइल नहीं चलाएं. इसके अलावा शिक्षकों को कक्षा में जाने से पहले खुद पढ़ना चाहिए, यह नियम पहले भी था. साथ ही पूजा-पाठ या नमाज के नाम पर शिक्षक स्कूल ना छोड़ें, यह नियम पहले भी था. इस तरह हम पहले से लागू नियमों का ही पालन करवा रहे हैं.
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शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है. संस्कृत से ही सभी भाषाओं का निर्माण हुआ है. संस्कृत भाषा को और ज्यादा सीखने की जरूरत है. साथ ही कहा की शिक्षा विभाग में जो पुराने नियम लागू हैं. उन्ही को ठीक ढंग से लागू करवाने की कोशिश कर रहे हैं. इस अवसर पर ग्रामीणों की मांग पर उच्च प्राथमिक विद्यालय को सीनियर स्कूल में क्रमोन्नत करने की भी घोषणा की है.
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कार्यक्रम की अध्यक्षता सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर ने की. तत्किम फाउण्डेशन के सौजन्य से गांव की बेटी व मुम्बई निवासी भामासाह रचना ह्रितिका तिवाड़ी ने 58 लाख रुपए की लागत से विद्यालय का जीर्णोद्धार करवाया. इस दौरान अतिथियों ने भामाशाह का भी सम्मान किया. कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों ने लोकापर्ण पट्टिका का फीता काटकर किया. वहीं प्रेम सिंह बाजोर ने स्कूल में पांच कमरों का निर्माण करवाने की घोषणा की. वहीं भामाशाह रचना ने स्कूल में 10 और कमरे बनाने की घोषणा की है. कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की भी शपथ दिलाई.