जयपुर. राजस्थान में बजरी खनन में अनियमितताओं के मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बजरी और होटल कारोबारी मेघराज सिंह के साथ ही खनन विभाग पर भी शिकंजा कस दिया है. ईडी ने बजरी खनन की लीज में अनियमितता के आरोपों की जांच के लिए खनन विभाग से पांच साल का रिकॉर्ड मांगा था, लेकिन खनन विभाग ने यह रिकॉर्ड ईडी को उपलब्ध नहीं करवाया है. बताया जा रहा है कि आज ईडी की टीम उदयपुर स्थित खनन विभाग के दफ्तर जा सकती है.
वहीं, बजरी और होटल कारोबारी मेघराज सिंह के ठिकानों पर दबिश देकर ईडी ने कई दस्तावेज और डिजिटल उपकरण खंगाले हैं. इस कार्रवाई में ईडी को बड़ी मात्रा में नकदी भी मिली है. ईडी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मेघराज सिंह के बैंक खातों को सीज किया गया है. उनके समूह से जुड़े कई लोगों के मोबाइल भी ईडी ने जब्त किए हैं. हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक रूप से अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
नोटिस देकर पूछताछ संभव : बता दें कि मेघराज सिंह के जयपुर और नागौर स्थित ठिकानों पर ईडी की टीम बुधवार को पहुंची थी. इसके बाद से मेघराज सिंह की एजेंसी तलाश कर रही है. अब दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों से से मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में संभावना है कि ईडी मेघराज सिंह को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है.
सियासी संकट से इस तरह जुड़े हैं तार : राजस्थान में साल 2020 में सियासी संकट के समय जैसलमेर स्थित होटल सूर्यगढ़ में कांग्रेस के विधायकों की बाड़ेबंदी की गई थी. यह होटल मेघराज सिंह का ही है. इसी होटल में गहलोत सरकार के मंत्री और कांग्रेस के विधायक लंबे समय तक बाड़ेबंदी में रहे थे. ईडी के सूत्रों का यह भी कहना है कि मेघराज सिंह ग्रुप से जुड़े लोगों पर भी ईडी नजर रख रही है.