नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में शुक्रवार को मतदान होगा. डूसू से संबद्ध सभी 47 कॉलेज और पांच विभागों में मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है. 900 छात्रों पर एक ईवीएम की व्यवस्था की गई है. डूसू का चुनाव ईवीएम से और कॉलेज स्टूडेंट यूनियन का चुनाव मत पत्र से होगा, जिसके लिए बैलेट बॉक्स की व्यवस्था की गई है. इस चुनाव में एक लाख 40 हजार मतदाता हैं, जिनके लिए अलग-अलग कॉलेजों में 200 से ज्यादा बूथ बनाए गए हैं. पिछले साल के चुनाव में एक लाख 26 हजार मतदाता थे. इस बार के चुनाव में कुल 696 ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. चुनाव में मतदान की तैयारी को लेकर ETV Bharat ने रामजस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अजय अरोड़ा से बातचीत की.
उन्होंने बताया कि हमारे कॉलेज में डूसू चुनाव और कॉलेज छात्रसंघ चुनाव में मतदान के लिए पांच पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. इन पर करीब 6 हजार छात्र-छात्राएं मतदान करेंगे. पहली पाली में मतदान सुबह 8:30 बजे से शुरू होकर दोपहर एक बजे तक चलेगा. वहीं, दूसरी पाली में इवनिंग कॉलेजों में मतदान शाम साढ़े तीन बजे से शुरू होकर शाम साढ़े सात बजे तक चलेगा. सभी पोलिंग बूथ अलग-अलग थोड़ी दूरी पर बनाए गए हैं, ताकि किसी भी पोलिंग बूथ के बाहर छात्र-छात्राओं की ज्यादा भीड़ इकट्ठी न हो. मतदान करने के लिए और मतदान करने के बाद जाने के लिए निकलने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए सभी पोलिंग बूथ ऐसी जगह बनाए गए हैं जहां पर प्रवेश और निकास का अलग-अलग गेट की व्यवस्था है. मतदान करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पोलिंग बूथ के अंदर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
कॉलेज आईकार्ड के अलावा मान्य होंगे ये दस्तावेज: प्रोफेसर अजय अरोड़ा ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिले की प्रक्रिया अभी तक चली है, इसलिए सभी छात्र-छात्राओं के आईकार्ड नहीं बन पाए हैं. इसलिए उनके सत्यापन के लिए फीस की रसीद, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस से भी विद्यार्थियों की पहचान का सत्यापन किया जाएगा और उन्हें मतदान करने की अनुमति दी जाएगी. कॉलेज के लिए छात्रों का सत्यापन करना बहुत आसान है, क्योंकि कॉलेज के पास सभी छात्रों की क्लास वाइज दाखिले की लिस्ट होती है. इसलिए हमें पता होता है कि कौन सा छात्र हमारा और कौन नहीं.
ये विद्यार्थी कर सकेंगे मतदान: दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिले की प्रक्रिया 25 सितंबर तक चली है. इसलिए 25 सितंबर तक दाखिला लेने वाले सभी छात्र-छात्राएं मतदान कर सकेंगे. इससे पहले डीयू चुनाव समिति की ओर से 18 सितंबर तक दाखिला लेने वाले छात्र छात्राओं को मतदान करने की अनुमति दी गई थी. लेकिन, डीयू में पहले स्पॉट राउंड की दाखिला प्रक्रिया 25 सितंबर तक चली है. इसलिए 25 सितंबर तक दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को मतदान करने की अनुमति दी गई है.
कॉलेजों को बैलट बॉक्स जमा करने का आदेश जारी: दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा डूसू चुनाव में मतगणना पर रोक लगाने के बाद डूसू की चुनाव समिति ने सभी कॉलेजों को ईवीएम के साथ ही बैलट बॉक्स जमा करने का भी आदेश जारी कर दिया है. चुनाव समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर सत्यपाल सिंह द्वारा देर शाम जारी किए गए आदेश के अनुसार, सभी ईवीएम और बैलट बॉक्स कॉलेज के द्वारा डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित परीक्षा विभाग के कमरा नंबर जी-1 में जमा कराए जाएंगे. इस कमरे को स्ट्रांग रूम बनाया गया है. बता दें कि वैसे हर चुनाव में डूसू चुनाव में मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम मशीन ही जमा कराई जाती थी. बाकी कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के बैलट बॉक्स की मतगणना मतदान खत्म होने के कुछ समय बाद ही शुरू हो जाती थी.
हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी: साथ ही कॉलेज छात्रसंघ का चुनाव परिणाम मतदान वाले दिन ही घोषित कर दिया जाता था. जबकि ईवीएम की मतगणना अगले दिन होती थी. लेकिन गुरुवार दोपहर हाईकोर्ट द्वारा डूसू चुनाव में प्रत्याशियों के द्वारा दीवारों पर बेतहाशा पोस्टर लगाकर उन्हें विरूपित करने और सड़कों पर भारी मात्रा में पंपलेट फेंकने से गंदगी होने से नाराज होकर दीवारों और सड़क की सफाई होने तक मतगणना पर रोक लगा दी है. इसके बाद डूसू चुनाव समिति ने कॉलेजों को बैलट बॉक्स जमा करने का आदेश जारी किया है.
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