कासगंज: जिले में रामलीला के मंचन के दौरान कुर्सी पर बैठे दलित व्यक्ति की पिटाई कर दी गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस कर्मी ने न सिर्फ खींचकर मंच से उतारा बल्कि मारपीट कर अपमानित किया. इसी से आहत होकर दलित व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली. इस घटना का एक वीडियो भी परिजनों ने पुलिस को सौंपा है. मृतक की पत्नी ने दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है. वहीं पुलिस का कहना है कि नशे की हालत में होने के कारण दलित व्यक्ति को मंच से हटाया गया था.
पूरा मामला कासगंज सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव सलेमपुर बीबी का है. जहां रविवार देर रात गांव के रमेश चंद्र रामलीला देखने पहुंचे थे. रमेश चंद्र रामलीला स्टेज के सामने लगी कुर्सी पर बैठ गए. इसी दौरान एक पुलिस कर्मी ने गले में पड़ा गमछा पकड़कर वहां से खींच लिया. इसका वीडियो भी मृतक के परिजनों ने सार्वजनिक किया है.
वहीं मृतक के दामाद उमेश कुमार ने बताया कि एक पुलिसकर्मी रमेशचंद्र को कुर्सी से उतारकर वहां से मारते-पीटते ले गया. वे बहुत सभ्य इंसान थे. उनकी समाज में बहुत इज्जत थी. लेकिन उनके साथ पुलिसकर्मी द्वारा अपमानित होने से आहत होकर सोमवार को उन्होंने खुदकुशी कर ली. इस पूरे मामले में मृतक रमेश की पत्नी रामरति ने सोरों कोतवाली में दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है. मृतक की पत्नी ने पुलिस-प्रशासन से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
वहीं इस पूरे मामले में कासगंज के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया रमेश चंद्र नशे की हालत में रामलीला देखने पहुंचे थे और मंच पर बैठ गए. जिसके चलते आयोजकों और दर्शकों ने उनको हटाने के लिए पुलिसकर्मियों से कहा. पुलिस कर्मियों ने उनको वहां से हटा दिया, जिसके बाद वे घर चले गए थे. सोमवार सुबह उनका शव मिला. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अपर पुलिस अधीक्षक ने मृतक की पत्नी के द्वारा दी हुई तहरीर के विषय में कोई जानकारी नहीं दी और न ही पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के विषय में कोई बात कही. गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है.