रांची: शारदीय नवरात्र में राजधानी रांची में एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल बनाए जाते हैं. ओसीसी बांग्ला दुर्गा पूजा समिति द्वारा 54 वें दुर्गा पूजा आयोजन में इस बार राजस्थान का भव्य महल मयूर पैलेस रूपी पंडाल बनाया जा रहा है. करीब 35 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस पंडाल को आकर्षक और भव्य रूप देने में कोलकाता के 25 से 28 कारीगर दिन रात मेहनत कर रहे हैं.
कोलकाता से आये मुख्य पंडाल कारीगर ने बताया कि पंडाल को भव्यता देने के लिए नेट का कपड़ा, फोम, कटिंग शीशा, स्टील के साथ साथ कई चीजों का उपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि पंडाल का आधा काम कोलकाता से पूरा करके रांची लाया गया है. यहां भी चार छह महीने से काम हो रहा है.
09 टन स्टील का किया गया है इस्तेमाल-राजेश दास
OCC बांग्ला पूजा समिति के सचिव राजेश दास ने बताया कि इस बार का थीम का नाम "एक टुकड़ा राजस्थान" रखा गया है. इसमें राजस्थान की भव्यता दिखाई गई है. इसमें मयूर पैलेस का काल्पनिक प्रारूप वाला पंडाल बन रहा है, जिसमें 09 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है. लोहे के स्ट्रक्चर के ऊपर धागा, रबड़, कांच की कारीगरी की गई है. राजेश दास ने बताया कि करीब 57 फीट की ऊंचाई वाले पंडाल में मां विराजेंगी.
शनिवार को भक्तजनों के लिए खुलेगा मां का पट
ओसीसी बांग्ला दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा में भक्तों के लिए मां का पट शनिवार को खोल दिया जाएगा और भक्त मां का दर्शन कर सकेंगे.
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