दुर्ग: रीजिनल ट्रांसपोर्ट विभाग ने पाटन में अवैध रूप से ई-रिक्शा और लोडर वाहन बेचे जाने की शिकायत मिली थी. लिखित शिकायत मिलने के बाद आरटीओ दुर्ग के अफसर एसएल लकड़ा ने कर्मचारियों को कार्रवाई के निर्देश जारी किए. निर्देश मिलते ही आरटीओ डिपार्टमेंट की टीम ने अवैध तरीके से चलाए जा रहे शोरुम पर दबिश दी और मामले की जांच शुरु की. जांच में पता चला कि ओम साईं कॉर्पोरेशन के नाम से एक डीलर गाड़ी की बिक्री का काम कर रहा है और पाटन में शोरुम चला रहा है.
अवैध तरीके से चल रहा था शोरुम: आरटीओ के अफसरों ने जब शोरुम के मैनेजर से शोरुम खोले जाने के कागजात पेश करने को कहा तो वो बगले झांकने लगे. मैनजर से कई बार बोलने पर भी आरटीओ विभाग को कोई दस्तावेज नहीं दिखाए गए. शोरुम के मैनेजर ने इतना जरुर कहा कि डीलरशिप रायपुर के किसी श्रेयांश चंद्राकर के पास है. आरटीओ विभाग ने ट्रेड लाइसेंस नहीं होने के बाद शो रुम में रखी गाड़ियों की जब्ती की कार्रवाई शुरू की.
''ई रिक्शा के अवैध रूप से शो रूम संचालित करने की शिकायत मिलने पर आरटीओ विभाग ने शो रूम पर जांच कार्रवाई की गई. जांच के दौरान एक ही परिमिशन से रायपुर और पाटन में ई रिक्शा शो रूम का संचालन किया जा रहा था. शो रूम में रखे 3 नए वाहनों को जब्त कर नोटिस जारी किया गया और परमिशन के बाद शो रूम संचालित करने की हिदायत दी गई है''. - विष्णु ठाकुर, आरटीओ निरीक्षक
शोरुम से तीन गाड़ियों को किया जब्त: आरटीओ को टीम ने शो रूम में केटरॉन कंपनी की 1 ई रिक्शा ,1 ई कार्ट और जेएसए कंपनी की 1 ई कार्ट सहित कुल 3 वाहन जब्त किए. कार्रवाई के दौरान आरटीओ विभाग ने शोरुम को भी सील कर दिया. आरटीओ की मानें तो शोरुम को बिना परमिशन और बिना किसी रजिस्ट्रेशन के चलाया जा रहा था. विभाग की ओर से मैनेजर को नोटिस देकर आरटीओ दुर्ग के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है.आरटीओ ने चेतावनी भी जारी की है कि आने वाले दिनों में अवैध तरीके से गाड़ी की बिक्री नहीं जाए. कार्रवाई के दौरान आरटीओ निरीक्षक विष्णु ठाकुर और उप निरीक्षक शशिकांत बंजारे शामिल रहे.