दुर्ग : जिले में पिछले कुछ महीने में शेयर मार्केट में मुनाफा का झांसा देकर ठगी के कई शिकायतों सामने आ रही है. ताजा मामला भिलाई का है, जहां साइबर ठगों ने शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर एक युवक से 14 लाख 80 हजार 885 रुपए की धोखाधड़ी की है. शिकायत मिलने पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और जांच पड़ताल कर रही है.
मुनाफे के लालच में ठगों के जाल में फंसा युवक : भिलाई नगर थाना के टीआई राजकुमार लहरे ने बताया, "सेक्टर 8 सड़क क्रमांक 35 क्वार्टर निवासी सैफ अहमद (32 वर्ष) ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि साल भर पहले हुडको निवासी मुकेश चौधरी घर में इलेक्ट्रीशियन के काम से आना-जाना करता था. 15 अगस्त 2022 को फरेस्ट ट्रेडिंग में पैसे निवेश करने की बात बता कर लाभ होने का झांसा दिया. मुकेश चौधरी की झांसे में आकर उसने ट्रेडिंग का खाता खोल दिया, जिसका रेफरल लिंक मुकेश ने 23 अगस्त 2022 को व्हाट्सएप पर भेजा."
ट्रेडिंग खाता खुलावाया, फिर पैसे पार : पुलिस के मुताबिक, ट्रेडिंग करने अपना खाता खोलकर पीड़ित युवक सैफ अहमद ने करीब 1 लाख 22 हजार रुपए रकम उस खाते में ट्रांसफर किया. मुकेश चौधरी ने खाते से पैसे निकालने पीड़ित से कहा. जिसके बाद एनएलवीएक्स कंपनी पर 2 लाख 2 हजार और 3 लाख 32 हजार 464 रुपए फिर निवेश के लिए रकम ट्रांसफर किया. इस तरह कुल 5 लाख 34 हजार 602 रुपए आरोपी मुकेश चौधरी ने लाभ का झांसा देकर निवेश कराया.
मार्केट डाउन का बहाना बनाकर झाड़ा पल्ला : इसके बाद किसी कंपनी का मैनेजर निशांत भट्ट का नाम बताकर उससे पीड़ित का बात कराया. जिसके बाद बाद मार्केट डाउन का बहाना बताया गया. मुकेश चौधरी ने निशांत भट्ट की बातों का समर्थन करने लगा. इसके बाद 11 अक्टूबर 2022 को डूबे हुए पैसे को वापस निकालने के लिए और पैसे डालने को कहा गया. उनकी बातों में आकर पीड़ित सैफ ने 8 लाख 24 हजार 208 उधारी मांगकर मुकेश चौधरी और निशांत के कहे खाते में पैसा डाला, लेकिन पैसे वापस नहीं मिले.
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस : अपने साथ ठगी होने का आंदेशा होने पर पीड़ित सैफ अहमद ने भिलाई नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी मुकेश चौधरी और निशांत भट्ट के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज किया है. जिसके बाद दुर्ग पुलिस की टीम आरोपियों की पतासाजी में जुटी हुई है.
ठगी को लेकर आईजी के सख्त निर्देश : दुर्ग जिले में बढ़ते ऑनलाइन ठगी के मामलों को ध्यान में रखते हुए दुर्ग रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग ने एसीसीयू के अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक ली. उन्होंने साइबर ठगी के मामलों में गंभीरता से जांच करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही आरोपितों का लोकेशन निकालकर उसके आधार पर गिरफ्तारी के लिए टीम भेजने के भी निर्देश दिए हैं. आइजी गर्ग ने साइबर फ्रॉड संबंधी प्रशिक्षण के लिए विशेष रूप से जेसीसीटी (ज्वाइंट साइबर क्राइम ट्रेनिंग) आयोजित करने पर जोर दिया.