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पंचायत के NOC रद्द करने पर भी खुलेआम चल रहा सुअर फार्म, ग्रामीणों ने दी धरना-प्रदर्शन की चेतावनी - Hamirpur Villagers on Pig Farm - HAMIRPUR VILLAGERS ON PIG FARM

Duggh Villagers against Pig Farm in Village: जिला हमीरपुर के डुग्घ गांव में सुअर फार्म बंद करने को लेकर ग्रामीणों ने डीसी हमीरपुर से मुलाकात की. इस सुअर फार्म की पंचायत द्वारा एनओसी भी बंद कर दी गई है. मगर बावजूद इसके, यहां पर खुलेआम फार्म चलाया जा रहा है. सुअर फार्म बंद न होने पर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.

Duggh Villagers against Pig Farm
डुग्घ गांव के ग्रामीण (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 20, 2024, 11:30 AM IST

Updated : Sep 20, 2024, 12:48 PM IST

डुग्घ गांव के लोगों की परेशानियां (ETV Bharat)

हमीरपुर: जिला हमीरपुर की ग्राम पंचायत बाड़ी में लोगों ने सुअर फार्म के खिलाफ विरोध जताया है. दरअसल डुग्घ गांव का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी हमीरपुर से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने डीसी हमीरपुर से गुहार लगाई कि डुग्घ गावं में हमीरपुर के एक व्यक्ति द्वारा सूअर फार्म खोला गया है. इस सूअर फार्म की गंदगी को सरेआम खुले में फेंका जा रहा है. जिसके चलते गांव में बदबू फैल रही है.

ग्रामीणों ने जताई महामारी की आशंका

ग्रामीणों ने बताया कि जहां पर सूअरों का का बेस्ट मटेरियल फेंका जाता है, वहां साथ में एक नाला भी बहता है. जिसके चलते गंदा पानी जन स्वास्थ्य परियोजनाओं में मिल रहा है. जिससे महामारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने बताया कि सूअर फार्म के कारण आवारा कुत्तों के झुंड और कौवों के झुंड हमेशा गांव में मंडराते रहते हैं. जो ग्रामीणों की फसलों को बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

प्रशासन को दी धरना-प्रदर्शन की चेतावनी

वहीं, स्थानीय निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि डीसी हमीरपुर से गांव में खुले सूअर फार्म को बंद करवाने के लिए गुहार लगाई है. उन्होंने बताया कि इस फार्म के खुलने से गांव में हर ओर बदबू का आलम है. सूअरों के बेस्ट मटेरियल को नाले में फेंक दिया जाता है और नाले का वही गंदा पेयजल योजना में मिल रहा है. जिसके चलते महामारी फैलने का डर है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार और प्रशासन इस सूअर फार्म को बंद नहीं करते हैं तो ग्रामीण बच्चों सहित डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.

पंचायत ने रद्द की सुअर फार्म की एनओसी

वहीं, ग्राम पंचायत के उप प्रधान शिवकुमार ने बताया कि गांव में सूअर फार्म खुलने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. हालांकि पहले पंचायत द्वारा सूअर फार्म को खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब पंचायत द्वारा इस फॉर्म की अनुमति को रद्द कर दिया गया है. मगर फिर भी अनधिकृत तरीके से यह फॉर्म चल रहा है. उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द इस फॉर्म को बंद किया जाए. वहीं, एक स्थानीय ग्रामीण महिला ने बताया कि उनके गांव के नजदीक सूअर फार्म खोला गया है. जिसके चलते उनका अपने घर के बाहर बैठना भी मुश्किल हो गया है. उन्होंने प्रशासन से सुअर फार्म बंद करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: स्थानीय लोगों के बस में बैठने पर बदतमीजी करते हैं प्राइवेट बस ऑपरेटर्स, RTO ऑफिस पहुंचे ग्रामीण

ये भी पढ़ें: डियोड-हटौण सड़क किनारे पड़ा कुएं जैसा होल, सहमे ग्रामीण, गांव के 20 घरों पर मंडराया खतरा

ये भी पढ़ें: सड़क धंसने के बाद 8 परिवारों ने हिमाचल में यहां खाली किए मकान, प्राइमरी स्कूल पर भी मंडराया खतरा

डुग्घ गांव के लोगों की परेशानियां (ETV Bharat)

हमीरपुर: जिला हमीरपुर की ग्राम पंचायत बाड़ी में लोगों ने सुअर फार्म के खिलाफ विरोध जताया है. दरअसल डुग्घ गांव का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी हमीरपुर से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने डीसी हमीरपुर से गुहार लगाई कि डुग्घ गावं में हमीरपुर के एक व्यक्ति द्वारा सूअर फार्म खोला गया है. इस सूअर फार्म की गंदगी को सरेआम खुले में फेंका जा रहा है. जिसके चलते गांव में बदबू फैल रही है.

ग्रामीणों ने जताई महामारी की आशंका

ग्रामीणों ने बताया कि जहां पर सूअरों का का बेस्ट मटेरियल फेंका जाता है, वहां साथ में एक नाला भी बहता है. जिसके चलते गंदा पानी जन स्वास्थ्य परियोजनाओं में मिल रहा है. जिससे महामारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने बताया कि सूअर फार्म के कारण आवारा कुत्तों के झुंड और कौवों के झुंड हमेशा गांव में मंडराते रहते हैं. जो ग्रामीणों की फसलों को बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

प्रशासन को दी धरना-प्रदर्शन की चेतावनी

वहीं, स्थानीय निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि डीसी हमीरपुर से गांव में खुले सूअर फार्म को बंद करवाने के लिए गुहार लगाई है. उन्होंने बताया कि इस फार्म के खुलने से गांव में हर ओर बदबू का आलम है. सूअरों के बेस्ट मटेरियल को नाले में फेंक दिया जाता है और नाले का वही गंदा पेयजल योजना में मिल रहा है. जिसके चलते महामारी फैलने का डर है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार और प्रशासन इस सूअर फार्म को बंद नहीं करते हैं तो ग्रामीण बच्चों सहित डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.

पंचायत ने रद्द की सुअर फार्म की एनओसी

वहीं, ग्राम पंचायत के उप प्रधान शिवकुमार ने बताया कि गांव में सूअर फार्म खुलने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. हालांकि पहले पंचायत द्वारा सूअर फार्म को खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब पंचायत द्वारा इस फॉर्म की अनुमति को रद्द कर दिया गया है. मगर फिर भी अनधिकृत तरीके से यह फॉर्म चल रहा है. उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द इस फॉर्म को बंद किया जाए. वहीं, एक स्थानीय ग्रामीण महिला ने बताया कि उनके गांव के नजदीक सूअर फार्म खोला गया है. जिसके चलते उनका अपने घर के बाहर बैठना भी मुश्किल हो गया है. उन्होंने प्रशासन से सुअर फार्म बंद करने की मांग की है.

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Last Updated : Sep 20, 2024, 12:48 PM IST
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