कुचामनसिटी. प्रदेश में नए 19 जिले बनने के बाद विद्युत निगम में भी कई वृत्त बदले गए थे, जिससे उपभोक्ताओं के K नंबर में परिवर्तन हो गया था. इसके बाद उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में परेशानी आ रही थी. इस क्रम में इस महीने अजमेर डिस्कॉम के सर्किल ऑफिस भी बदल दिए गए हैं. ऐसे में नए जिले डीडवाना-कुचामन में भी ऑनलाइन बिल जमा करवाने वाले उपभोक्ताओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा था. हालांकि, डिस्कॉम ने डीडवाना-कुचामन के सर्किल ऑफिस में शामिल हुए उपभोक्ताओं के डेटा को अपडेट करने का कार्य लगभग पूर्ण कर दिया है, अब आगामी बिजली बिल में नया K नंबर आएगा.
नए जिले डीडवाना-कुचामन के सर्किल ऑफिस का नया के नम्बर 1105 हो गया है, लेकिन फिलहाल सर्किल ऑफिस में शामिल हुए क्षेत्रों के डेटा अपडेट होने का कार्य लगभग पूरा होने वाला है. डीडवाना कुचामन जिले में विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता मूलचंद वर्मा ने बताया कि अपडेशन के चलते नया K नम्बर अगले बिल से काम करने लग जाएगा. ऐसे में उपभोक्ता फिर भी अपना बिजली का बिल ऑनलाइन ही जमा करवाते हैं तो वह फर्स्ट डिजीट में नए K नम्बर लगाए और इसके बाद बिल जमा करवाएं. अगर उपभोक्ता ने पुराने के नम्बर पर ही ऑनलाइन बिल जमा करवा दिया तो बिल जमा नहीं होगा.
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उन्होंने बताया कि अगर पुराने के नम्बर पर बिल जमा हो जाता है तो यह राशि रिफंड होने में समय लग सकता है. पूर्व में जब जिला नागौर था तब पूरे जिले में 29 एईएन का जिला हुआ करता था, लेकिन अब डीडवाना-कुचामन नया जिला बनने के बाद नया जिला 15 एईएन का हो गया है. नए जिले के सर्किल ऑफिस में डीडवाना, मौलासर, खाटू, कुचामन शहर, कुचामन ग्रामीण, चितावा, नावां, लाडनूं ग्रामीण, लाडनूं शहर, निम्बी जोधा, मकराना शहर, मकराना ग्रामीण, गच्छीपुरा, परबतसर व बागोट को शामिल किया गया है. डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता मूलचंद वर्मा ने बताया कि जब तक डेटा अपडेट होता है, तब तक एक बार उपभोक्ता समस्या से बचने के लिए अपना बिजली का बिल निकट कार्यालय में आकर जमा करवा दें, जिससे परेशानी नहीं होगी. हालांकि उपभोक्ता का अगला बिल नए के नंबर से ही जारी होगा.
K नम्बर का क्या है मतलबः विद्युत निगम के एक्सईएन जीआर मीणा ने बताया कि K नंबर किसी भी उपभोक्ता के यूनिक आईडेंटीफिकेशन नंबर है, जो कि सम्पूर्ण राजस्थान मे अन्य किसी भी सहयक अभियंता कार्यालय के किसी भी विद्युत कनेक्शन के नहीं हो सकते. उक्त के नंबर के पीछे 7 अंक उपभोक्ता के सहायक अभियन्ता कार्यालय को दर्शाते हैं एवं आगे के अंक उपभोक्ता से संबंधित होते हैं. K नंबर स्थानीय बिजली बोर्ड (राजस्थान विद्युत वितरण निगम लिमिटेड) द्वारा प्रत्येक ग्राहक को प्रदान किया जाने वाला एक अद्वितीय नंबर है. यह बिल पर अंकित संख्या है. इसका उपयोग बिजली बिल और उपयोग के बारे में विवरण प्राप्त करने के लिए किया जाता है.