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Delhi: DTC बस मार्शलों की नौकरी एक हफ्ते में होगी पक्की! आतिशी सरकार LG को भेजेगी प्रस्ताव - DTC BUS MARSHALS JOB ISSUE

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बस मार्शलों की नियुक्ति पर डर्टी पॉलिटिक्स का आरोप लगाते हुए बीजेपी और एलजी पर हमला बोला है.

बस मार्शल को पक्की नौकरी देने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजेगी आप सरकार
बस मार्शल को पक्की नौकरी देने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजेगी आप सरकार (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 3, 2024, 3:32 PM IST

Updated : Nov 3, 2024, 6:14 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में 10 हजार बस मार्शलों की बहाली के बाद उन्हें पक्की नौकरी देने की तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को कहा कि अगले एक सप्ताह में इन बस मार्शलों को पक्की नौकरी देने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा जाएगा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को इस प्रस्ताव को पास कराए कराने का चैलेंज दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा बस मार्शलों के साथ गंदी राजनीति कर रही है.

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "आम आदमी पार्टी की सरकार ने बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव एलजी के पास नहीं भेजा तो वह दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. मैं भारतीय जनता पार्टी से कहना चाहती हूं, बस मार्शलों के साथ गंदी राजनीति करना बंद करें. दिल्ली के सभी लोग जानते हैं कि बीजेपी की क्या सच्चाई है. दिल्ली के लोग ये भी जानते हैं कि बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए केजरीवाल ने वर्ष 2018 में 10 हजार बस मार्शल को लगाया था. बस मार्शल के जरिए गरीब घर के लड़के लड़कियों को केजरीवाल ने रोजगार देने का काम किया था. "

आतिशी ने कहा कि बस मार्शल के जरिए बसों में बुजुर्गों महिलाओं को सुरक्षित किया. लेकिन भारतीय जनता पार्टी में इन बस मार्शलों के साथ अप्रैल 2023 से अन्याय कराना शुरू कर दिया. बीजेपी के अधिकारियों ने अप्रैल 2023 से बस मार्शलों की तनख्वाह रोक ली. बार-बार फाइलों पर लिखा कि बस मार्शल को निकाल दो. लेकिन आम आदमी पार्टी ने लड़कर उन्हें तनख्वाह दिलाई. लेकिन बाद में नवम्बर 2023 में इन बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया. केजरीवाल ने बार-बार उपराज्यपाल को पत्र लिखा कि 10 हजार लड़के-लड़कियां बेरोजगार हो जाएंगे. साथ ही बसों में महिलाएं व बच्चे असुरक्षित हो जाएंगे.

AAP ने बस मार्शलों के साथ संघर्ष किया: आतिशी ने कहा कि एक भाजपा की दिल्ली पुलिस थी, जिसने बस मार्शलों पर बार बार लाठी चलाई, उन्हें गिरफ्तार किया. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी थी जिसके मंत्री और विधायक इन बस मार्शलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष कर रहे थे. देश में जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है वहां पर संविदा कर्मियों की हालत देखिए. राजस्थान में 110000 से अधिक संविदा कर्मी हैं. मध्य प्रदेश में 184000 संविदा कर्मी हैं. छत्तीसगढ़ में 45000 से अधिक संविदा कर्मी हैं. उत्तर प्रदेश में 2 लाख से अधिक संविदा कर्मी हैं. इन सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने जब चुनाव लड़ा तो संविदा कर्मियों से वादा किया था कि वोट दीजिए हम संविदा कर्मियों को पक्का करेंगे, लेकिन भाजपा ने किसी को पक्का नहीं किया.

MCD में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को किया पक्का: आतिशी ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ आम आदमी पार्टी ने कांट्रेक्ट कर्मचारियों को पक्का करने का काम किया. एमसीडी में 10 हजार से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को दिल्ली सरकार ने पक्का किया. आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने 12000 से ज्यादा कच्चे शिक्षकों को पक्की नौकरी दी. उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों के साथ दिल्ली में कोई खड़ा है तो वह आम आदमी पार्टी है.

1 सप्ताह के भीतर LG को भेजा जाएगा प्रस्ताव: आतिशी ने कहा कि "मैं भारतीय जनता पार्टी को चैलेंज करना चाहती हूं कि एक सप्ताह के भीतर में इन बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव दिल्ली के उपराज्यपाल को भेजूंगी. भाजपा इस प्रस्ताव को पास करवाकर बस मार्शल को पक्का करा दें. मैं दावे के साथ कहना चाहती हूं कि जिस तरीके से भाजपा ने उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में गंदी राजनीति की, वह यही गंदी राजनीति दिल्ली के बस मार्शल के साथ करेंगे. जब आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट नोट बनाकर भेजा तो भाजपा ने अपने उपराज्यपाल से नोट पर साइन नहीं कराया. मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि जब आम आदमी पार्टी यह प्रस्ताव एक सप्ताह बाद उपराज्यपाल को भेजेगा तो बीजेपी इसे पास नहीं होने देगी.

आतिशी के बयान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "मुख्यमंत्री आतिशी जी, हमारी एक ही मांग है कि उपराज्यपाल के आदेश का पालन करते हुए आप सभी मार्शलों और सिविल डिफेंस वालंटियर्स की बहाली का निर्देश जारी करें. अब तक उन्हें बहाल कर दिया जाना चाहिए था. आज 3 तारीख है, भाई दूज बीत गया, दिवाली भी बीत गई, फिर भी उन्हें काम पर वापस नहीं लाया गया."

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नई दिल्ली: दिल्ली में 10 हजार बस मार्शलों की बहाली के बाद उन्हें पक्की नौकरी देने की तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को कहा कि अगले एक सप्ताह में इन बस मार्शलों को पक्की नौकरी देने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा जाएगा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को इस प्रस्ताव को पास कराए कराने का चैलेंज दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा बस मार्शलों के साथ गंदी राजनीति कर रही है.

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "आम आदमी पार्टी की सरकार ने बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव एलजी के पास नहीं भेजा तो वह दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. मैं भारतीय जनता पार्टी से कहना चाहती हूं, बस मार्शलों के साथ गंदी राजनीति करना बंद करें. दिल्ली के सभी लोग जानते हैं कि बीजेपी की क्या सच्चाई है. दिल्ली के लोग ये भी जानते हैं कि बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए केजरीवाल ने वर्ष 2018 में 10 हजार बस मार्शल को लगाया था. बस मार्शल के जरिए गरीब घर के लड़के लड़कियों को केजरीवाल ने रोजगार देने का काम किया था. "

आतिशी ने कहा कि बस मार्शल के जरिए बसों में बुजुर्गों महिलाओं को सुरक्षित किया. लेकिन भारतीय जनता पार्टी में इन बस मार्शलों के साथ अप्रैल 2023 से अन्याय कराना शुरू कर दिया. बीजेपी के अधिकारियों ने अप्रैल 2023 से बस मार्शलों की तनख्वाह रोक ली. बार-बार फाइलों पर लिखा कि बस मार्शल को निकाल दो. लेकिन आम आदमी पार्टी ने लड़कर उन्हें तनख्वाह दिलाई. लेकिन बाद में नवम्बर 2023 में इन बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया. केजरीवाल ने बार-बार उपराज्यपाल को पत्र लिखा कि 10 हजार लड़के-लड़कियां बेरोजगार हो जाएंगे. साथ ही बसों में महिलाएं व बच्चे असुरक्षित हो जाएंगे.

AAP ने बस मार्शलों के साथ संघर्ष किया: आतिशी ने कहा कि एक भाजपा की दिल्ली पुलिस थी, जिसने बस मार्शलों पर बार बार लाठी चलाई, उन्हें गिरफ्तार किया. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी थी जिसके मंत्री और विधायक इन बस मार्शलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष कर रहे थे. देश में जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है वहां पर संविदा कर्मियों की हालत देखिए. राजस्थान में 110000 से अधिक संविदा कर्मी हैं. मध्य प्रदेश में 184000 संविदा कर्मी हैं. छत्तीसगढ़ में 45000 से अधिक संविदा कर्मी हैं. उत्तर प्रदेश में 2 लाख से अधिक संविदा कर्मी हैं. इन सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने जब चुनाव लड़ा तो संविदा कर्मियों से वादा किया था कि वोट दीजिए हम संविदा कर्मियों को पक्का करेंगे, लेकिन भाजपा ने किसी को पक्का नहीं किया.

MCD में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को किया पक्का: आतिशी ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ आम आदमी पार्टी ने कांट्रेक्ट कर्मचारियों को पक्का करने का काम किया. एमसीडी में 10 हजार से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को दिल्ली सरकार ने पक्का किया. आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने 12000 से ज्यादा कच्चे शिक्षकों को पक्की नौकरी दी. उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों के साथ दिल्ली में कोई खड़ा है तो वह आम आदमी पार्टी है.

1 सप्ताह के भीतर LG को भेजा जाएगा प्रस्ताव: आतिशी ने कहा कि "मैं भारतीय जनता पार्टी को चैलेंज करना चाहती हूं कि एक सप्ताह के भीतर में इन बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव दिल्ली के उपराज्यपाल को भेजूंगी. भाजपा इस प्रस्ताव को पास करवाकर बस मार्शल को पक्का करा दें. मैं दावे के साथ कहना चाहती हूं कि जिस तरीके से भाजपा ने उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में गंदी राजनीति की, वह यही गंदी राजनीति दिल्ली के बस मार्शल के साथ करेंगे. जब आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट नोट बनाकर भेजा तो भाजपा ने अपने उपराज्यपाल से नोट पर साइन नहीं कराया. मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि जब आम आदमी पार्टी यह प्रस्ताव एक सप्ताह बाद उपराज्यपाल को भेजेगा तो बीजेपी इसे पास नहीं होने देगी.

आतिशी के बयान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "मुख्यमंत्री आतिशी जी, हमारी एक ही मांग है कि उपराज्यपाल के आदेश का पालन करते हुए आप सभी मार्शलों और सिविल डिफेंस वालंटियर्स की बहाली का निर्देश जारी करें. अब तक उन्हें बहाल कर दिया जाना चाहिए था. आज 3 तारीख है, भाई दूज बीत गया, दिवाली भी बीत गई, फिर भी उन्हें काम पर वापस नहीं लाया गया."

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Last Updated : Nov 3, 2024, 6:14 PM IST
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