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यूपी विधानसभा उपचुनाव: मझवां से सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने दाखिल किए पर्चे, कुंदरकी से हाजी रिजवान ने किया नामांकन - MAJHWAN SEAT BY ELECTION

नामांकन के बाद बसपा प्रत्याशी ने सपा-भाजपा पर निशाना साधा.

मझवां सीट से सपा-बसपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन.
मझवां सीट से सपा-बसपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 24, 2024, 4:03 PM IST

Updated : Oct 24, 2024, 5:13 PM IST

मिर्जापुर : मझवां विधानसभा उप चुनाव के लिए गुरुवार को सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने किया नामांकन. बहुजन समाज पार्टी से दीपक तिवारी ने एक सेट में किया नामांकन, जबकि समाजवादी पार्टी से डॉ. ज्योति बिंद ने तीन सेटों में नामांकन किया. वहीं कुंदरकी सीट से सपा के हाजी रिजवान ने नामांकन किया है. दूसरी तरफ भाजपा के रामवीर सिंह हैं. हालांकि उन्होंने अभी तक नामांकन नहीं किया है.

मझवां सीट से सपा-बसपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन. (Video Credit; ETV Bharat)

उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव कराया जा रहा है, जिसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. नामांकन के सातवें दिन सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया. अपने समर्थकों के साथ दोनों प्रत्याशी जिला मुख्यालय पहुंचे और नामांकन किया.

कुंदरकी से सपा प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल किया.
कुंदरकी से सपा प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल किया. (Photo Credit; ETV Bharat)

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मझवां विधानसभा सीट पर ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है. दीपक तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. दीपक जीडी बिनानी डिग्री कॉलेज के अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी में महासचिव के पद पर थे. इसके बाद इन्होंने भारतीय जनता पार्टी में कुछ दिन अपनी राजनीति की. जब कहीं से टिकट नहीं मिला तो बसपा का दामन थाम लिया. बसपा ने दो महीने पहले ही टिकट घोषणा कर दी थी और तभी से चुनावी मैदान में उतारकर प्रचार कर रहे हैं. दीपक पत्थर व्यवसायी हैं. क्रेशर प्लान्ट और गाड़ियां चलती हैं. वे शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के पांडेपुर मोहल्ले के रहने वाले हैं.

वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी डॉ. ज्योति बिंद को अपना प्रत्याशी बनाया है. 25 वर्षीय डॉ. ज्योति पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं. डॉ. ज्योति ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के सीएमएस गोमती नगर से की है और इसके बाद महाराष्ट्र की डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है. पिता रमेश चंद बिंद मझवा विधानसभा से 2002, 2007,2012 में बसपा से विधायक थे. 2017 के चुनाव में बीजेपी के सुचिस्मिता मौर्य से हार गए. 2019 के लोकसभा में भदोही से बीजेपी से सांसद चुने गए. टिकट कट जाने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम कर 2024 के लोकसभा में मिर्जापुर से लड़े लेकिन अनुप्रिया पटेल से हार गए. डॉ. ज्योति बिंद देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के इटवा की रहने वाली हैं.

नामांकन के बाद बसपा प्रत्याशी दीपक तिवारी ने भाजपा और सपा पर निशाना साधा. सपा प्रत्याशी डॉ. ज्योति बिंद को लेकर कहा कि उनके पिता रमेश चंद बिंद तीन बार बसपा से इस क्षेत्र से विधायक थे. जनता ने 2017 में नकार दिया तो जिला छोड़कर भदोही चले गए. अब बेटी के सहारे नैया पार करना चाह रहे हैं. वहीं निषाद पार्टी से विधायक रहे डॉक्टर विनोद बिंद पर निशाना साधा. कहा कि निषाद पार्टी से आकर 2 साल विधायक रहे. इनके चलते यह सीट खाली हुई है. यह भी सांसद बन गए भदोही से. जनता के साथ दोनों ने विश्वासघात किया है.

सपा प्रत्याशी डॉक्टर ज्योति बिंद ने कहा कि हमारी लड़ाई विकास को लेकर है. मझवां के विकास, बिजली पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे. पिता इस क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं, उनका भी हमें लाभ मिलेगा. साथ ही सम्मानित जनता हमारे साथ है.

कुंदरकी से सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने किया नामांकन

जियाउर्रहमान बर्क के सांसद बनने से कुंदरकी विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर अब 13 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. कुंदरकी विधानसभा 29 पर गुरुवार को भाजपा और सपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. भाजपा के प्रत्याशी रामवीर सिंह शुक्रवार को अपना नामंकन करवाएंगे वहीं सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने गुरुवार को ही अपना नामंकन पत्र दाखिल कर दिया. हर बार की तरह भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह और सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. 2012 और 2017 में दोनों प्रत्याशी आमने सामने लड़ चुके हैं. 2024 में एक बार फिर से उपचुनाव में आमने-सामने हैं. 2012 से लगातार 2022 तक सपा ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाए रखा है.

कुंदरकी विधानसभा 29 सीट का इतिहास: 2022 में यहां से जियाउर्रहमान बर्क जीते थे. भाजपा के प्रत्याशी कमल कुमार को 82630 वोट मिले थे. सपा से टिकट कटने पर हाजी मोहम्मद रिजवान बसपा से चुनाव लड़े और तीसरे नम्बर रहे थे.
कुंदरकी सीट पर कुल मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 65 फीसदी है और मुस्लिम मतदाता जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं. कुंदरकी में करीब 391456 मतदाता हैं जिसमें से 208375 पुरुष मतदाता हैं,183068 महिला हैं और 13 अन्य हैं. हिंदू वोट 156000, मुस्लिम वोट 239375, जिसमें सामान्य मुस्लिम वर्ग के 115000 मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग के 124375 मतदाता हैं.

यह भी पढ़ें : मैनपुरी की करहल सीट पर रोमांचक जंग; उपचुनाव में फूफा-भतीजा होंगे आमने-सामने

मिर्जापुर : मझवां विधानसभा उप चुनाव के लिए गुरुवार को सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने किया नामांकन. बहुजन समाज पार्टी से दीपक तिवारी ने एक सेट में किया नामांकन, जबकि समाजवादी पार्टी से डॉ. ज्योति बिंद ने तीन सेटों में नामांकन किया. वहीं कुंदरकी सीट से सपा के हाजी रिजवान ने नामांकन किया है. दूसरी तरफ भाजपा के रामवीर सिंह हैं. हालांकि उन्होंने अभी तक नामांकन नहीं किया है.

मझवां सीट से सपा-बसपा प्रत्याशियों ने किया नामांकन. (Video Credit; ETV Bharat)

उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव कराया जा रहा है, जिसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. नामांकन के सातवें दिन सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया. अपने समर्थकों के साथ दोनों प्रत्याशी जिला मुख्यालय पहुंचे और नामांकन किया.

कुंदरकी से सपा प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल किया.
कुंदरकी से सपा प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल किया. (Photo Credit; ETV Bharat)

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मझवां विधानसभा सीट पर ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है. दीपक तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. दीपक जीडी बिनानी डिग्री कॉलेज के अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी में महासचिव के पद पर थे. इसके बाद इन्होंने भारतीय जनता पार्टी में कुछ दिन अपनी राजनीति की. जब कहीं से टिकट नहीं मिला तो बसपा का दामन थाम लिया. बसपा ने दो महीने पहले ही टिकट घोषणा कर दी थी और तभी से चुनावी मैदान में उतारकर प्रचार कर रहे हैं. दीपक पत्थर व्यवसायी हैं. क्रेशर प्लान्ट और गाड़ियां चलती हैं. वे शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के पांडेपुर मोहल्ले के रहने वाले हैं.

वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी डॉ. ज्योति बिंद को अपना प्रत्याशी बनाया है. 25 वर्षीय डॉ. ज्योति पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं. डॉ. ज्योति ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के सीएमएस गोमती नगर से की है और इसके बाद महाराष्ट्र की डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है. पिता रमेश चंद बिंद मझवा विधानसभा से 2002, 2007,2012 में बसपा से विधायक थे. 2017 के चुनाव में बीजेपी के सुचिस्मिता मौर्य से हार गए. 2019 के लोकसभा में भदोही से बीजेपी से सांसद चुने गए. टिकट कट जाने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम कर 2024 के लोकसभा में मिर्जापुर से लड़े लेकिन अनुप्रिया पटेल से हार गए. डॉ. ज्योति बिंद देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के इटवा की रहने वाली हैं.

नामांकन के बाद बसपा प्रत्याशी दीपक तिवारी ने भाजपा और सपा पर निशाना साधा. सपा प्रत्याशी डॉ. ज्योति बिंद को लेकर कहा कि उनके पिता रमेश चंद बिंद तीन बार बसपा से इस क्षेत्र से विधायक थे. जनता ने 2017 में नकार दिया तो जिला छोड़कर भदोही चले गए. अब बेटी के सहारे नैया पार करना चाह रहे हैं. वहीं निषाद पार्टी से विधायक रहे डॉक्टर विनोद बिंद पर निशाना साधा. कहा कि निषाद पार्टी से आकर 2 साल विधायक रहे. इनके चलते यह सीट खाली हुई है. यह भी सांसद बन गए भदोही से. जनता के साथ दोनों ने विश्वासघात किया है.

सपा प्रत्याशी डॉक्टर ज्योति बिंद ने कहा कि हमारी लड़ाई विकास को लेकर है. मझवां के विकास, बिजली पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे. पिता इस क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं, उनका भी हमें लाभ मिलेगा. साथ ही सम्मानित जनता हमारे साथ है.

कुंदरकी से सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने किया नामांकन

जियाउर्रहमान बर्क के सांसद बनने से कुंदरकी विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर अब 13 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. कुंदरकी विधानसभा 29 पर गुरुवार को भाजपा और सपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. भाजपा के प्रत्याशी रामवीर सिंह शुक्रवार को अपना नामंकन करवाएंगे वहीं सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने गुरुवार को ही अपना नामंकन पत्र दाखिल कर दिया. हर बार की तरह भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह और सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. 2012 और 2017 में दोनों प्रत्याशी आमने सामने लड़ चुके हैं. 2024 में एक बार फिर से उपचुनाव में आमने-सामने हैं. 2012 से लगातार 2022 तक सपा ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाए रखा है.

कुंदरकी विधानसभा 29 सीट का इतिहास: 2022 में यहां से जियाउर्रहमान बर्क जीते थे. भाजपा के प्रत्याशी कमल कुमार को 82630 वोट मिले थे. सपा से टिकट कटने पर हाजी मोहम्मद रिजवान बसपा से चुनाव लड़े और तीसरे नम्बर रहे थे.
कुंदरकी सीट पर कुल मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 65 फीसदी है और मुस्लिम मतदाता जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं. कुंदरकी में करीब 391456 मतदाता हैं जिसमें से 208375 पुरुष मतदाता हैं,183068 महिला हैं और 13 अन्य हैं. हिंदू वोट 156000, मुस्लिम वोट 239375, जिसमें सामान्य मुस्लिम वर्ग के 115000 मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग के 124375 मतदाता हैं.

यह भी पढ़ें : मैनपुरी की करहल सीट पर रोमांचक जंग; उपचुनाव में फूफा-भतीजा होंगे आमने-सामने

Last Updated : Oct 24, 2024, 5:13 PM IST
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