लखनऊ: गुरुवार को गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 72 यात्रियों के फूड प्वाइजनिंग के शिकार होने का मामला प्रकाश में आया. यात्रियों का कहना है कि वेंडर से खाना लिया था. खाना खाने के बाद अचानक एसिडिटी और पेट में गड़बड़ी की शिकायत होने लगी. सूचना के बाद स्टेशन पर ट्रेन रोककर यात्रियों को दवा उपलब्ध कराकर ट्रेन को रवाना किया गया.
बताया जा रहा है कि यशवंतपुर से चलकर गोरखपुर की ओर जाने वाली ट्रेन नंबर 22534 गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के एसी कोच बी-1, बी-2, बी-3, बी-5, बी-7 और बी-9 कोच में सफर कर रहे 72 यात्रियों की अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद यात्रियों ने इसकी शिकायत की. झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी यात्रियों को दवा देकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया.
बता दें कि यह ट्रेन शुक्रवार को कानपुर सेंट्रल पर दोपहर 12:14 बजे पहुंची थी. वहां से ट्रेन कुछ दूर आगे बढ़ी तो यात्रियों ने पेट दर्द और एसिडीटी की शिकायत की. तत्काल इसकी सूचना झांसी स्टेशन पर दी गई.
वहीं, झांसी रेलवे पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में फूड प्वाइजनिंग की सूचना मिली थी. मण्डल रेलवे ने सूचना मिलते ही डॉक्टरों की टीम के साथ पैरामेडिकल स्टाफ को नियुक्त कर गाड़ी में सभी यात्रियों की जांच कराई गई. यात्रियों की हालत गम्भीर न होने पर किसी को उतारा नहीं गया है. दवा देकर गाड़ी को सुरक्षित रवाना कर दिया गया है. यात्रियों ने नागपुर और इटारसी में खाना लिया था.