रांची: झारखंड में पहले से ही बेहद कमजोर संगठन के चलते सिर्फ एक विधायक वाली पार्टी बनकर रह गयी राष्ट्रीय जनता दल के अंदर का विवाद आज पटना की सड़कों पर सार्वजनिक हो गई. करीब एक महीना पहले राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव द्वारा पार्टी से छह वर्षों के लिए निलंबित किये गए पलामू के जिला अध्यक्ष मोहन विश्वकर्मा और राजद जिला अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू भुइंया अपने दर्जनों समर्थकों के साथ तख्ती बैनर लेकर पटना पहुंच गए.
पटना पहुंचे राष्ट्रीय जनता दल से निलंबित नेता मोहन विश्वकर्मा ने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव पर राज्य में पार्टी को कमजोर करने, तानाशाही रवैया अपनाने सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग की है. पटना से मिली जानकारी के अनुसार पलामू के दोनों नेताओं की मुलाकात बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से हुई है. उन्होंने दोनों नेताओं की पूरी बात सुनी है और इस मामले पर जल्द राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात कर पार्टी हित में फैसला लेने की कही है.
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पार्टी की गोपनीयता भंग करने का लगा था आरोप
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पलामू जिला राजद अध्यक्ष मोहन विश्वकर्मा पर पार्टी की गोपनीयता को भंग करने का आरोप लगा था. इस दौरान पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू भुईयां को भी पद से हटाया गया था. मोहन विश्वकर्मा का एक वीडियो भी तब वायरल हुआ था जिसमें वह पार्टी नेताओं के खिलाफ गाली गलौज और धमकी देते करते नजर रहे थे.
राजद के कई पार्टी पदाधिकारी भी जा रहे हैं पटना
सूत्रों से खबर मिली है कि कल राज्य के श्रम मंत्री एवं राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने पटना जाकर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी. आज भी युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित कई नेता पटना जाने के रास्ते में हैं.