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काशी में खास तरह के बॉयो पॉलीबैग में होगा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, जानिए क्या है प्लान? - Door to door garbage collection - DOOR TO DOOR GARBAGE COLLECTION

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि हाल ही में मैं और वाराणसी के कमिश्नर के (Door to door garbage collection in Varanasi) साथ कुछ अधिकारी जापान का दौरा करके आए हैं. जापान से हमने वेस्ट मैनेजमेंट के प्लान को और भी इंप्रूव करने के लिए पूरा प्लान तैयार किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 28, 2024, 1:23 PM IST

जानकारी देते नगर आयुक्त अक्षत वर्मा

वाराणसी : बनारस में नगर निगम वाराणसी की तरफ से शहर को स्मार्ट सिटी बनाए जाने के लिए बहुत से प्रयास किया जा रहे हैं. कचरा प्रबंधन को और भी बेहतर करने के लिए लगातार स्मार्ट सिटी और नगर निगम प्लानिंग कर रहा है. हाल ही में अधिकारी जापान का दौरा करके वेस्ट मैनेजमेंट को और भी बेहतर करने की प्लानिंग करने में जुटे हुए हैं. बनारस में प्रतिदिन निकलने वाले 600 मीट्रिक टन कचरे के प्रबंधन को और बेहतर करने और घरों से होने वाले कूड़ा कलेक्शन को टेंशन फ्री करने के लिए अब नगर निगम वाराणसी ने खास प्लान तैयार किया है. जिसके तहत आने वाले समय में कचरा कलेक्शन का लिए जाने वाला मंथली पैसा लोगों को खास तरह के पॉलीबैग को लेकर देना होगा. जिससे नगर निगम को भी सहूलियत होगी और पब्लिक भी परेशान नहीं होगी.


जापान के दौरे पर गए थे अधिकारी : नगर निगम की तरफ से की जा रही नई प्लानिंग के बारे में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि हाल ही में मैं और वाराणसी के कमिश्नर के साथ कुछ अधिकारी जापान का दौरा करके आए हैं. जापान से हमने वेस्ट मैनेजमेंट के प्लान को और भी इंप्रूव करने के लिए पूरा प्लान तैयार किया है. इसके तहत वाराणसी में कचरा प्रबंधन को और भी बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए जापान की तर्ज पर काम करने की तैयारी की जा रही है. नगर आयुक्त ने बताया कि जापान में सप्ताह में दो दिन कचरा कलेक्शन का काम किया जाता है. हालांकि, यह चीज भारत में एप्लीकेबल नहीं हो सकती है. इसमें थोड़ी दिक्कतें हैं. इसलिए कचरा कलेक्शन के काम को तो नियमित रखा जाएगा, लेकिन अभी आ रही दिक्कतों को देखते हुए एक विशेष प्लान बनाया गया है. जापान में घरों से होने वाले कचरा कलेक्शन के लिए खास तरह के बायोपाॅली बैग दिए जाते हैं. यह पॉली बैग कचरे के साथ ही डिस्पोज हो जाते हैं और प्रकृति को नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं. इन्हीं पॉली बैग को हर महीने में दिनों की संख्या के हिसाब से लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा. अभी 50 रुपये महीना प्रति घर से कचरा कलेक्शन के नाम पर एजेंसी पैसे लेती हैं, लेकिन इसमें एक दिक्कत ही आती है कि बहुत से लोग पैसा देना नहीं चाहते और नगर निगम के साथ काम कर रही प्राइवेट एजेंसी को नुकसान उठाना पड़ता है.


बायो पॉली बैग्स तैयार करवाने की तैयारी : नगर आयुक्त ने बताया कि इसके अलावा प्राइवेट एजेंसी भी अपने नुकसान की भरपाई के लिए कई बार दिमाग लगाती हैं और घरों की संख्या ज्यादा बताकर हर महीने नगर निगम को ज्यादा बिल दिया जाता है. जिसके लिए पूरी प्लानिंग करके उनके बिल का भुगतान करना पड़ता है. हर महीने इस तरह की परेशानियों को देखते हुए नगर निगम ने खास तरह के बायो पॉली बैग्स तैयार करवाने की तैयारी की है. इसके लिए प्रति घर में इनको देने के बाद एक मुश्त धनराशि इस प्रति पॉलीबैग के हिसाब से ली जाएगी. जिससे नगर निगम को परेशानी भी नहीं होगी और लोग हर महीने पैसे देने के लिए परेशान नहीं होंगे.नगर आयुक्त का कहना है कि यह सुविधा जापान में एप्लीकेबल की गई और वहां सफल भी है. इसी तरह पर उत्तर प्रदेश में पहले जिले के तौर पर वाराणसी में इसे लागू करने की तैयारी है और उम्मीद है कि चुनाव के बाद इस ट्रायल के तौर पर कुछ इलाकों में शुरू भी किया जाएगा. जिसकी सफलता के बाद इसे नगर निगम क्षेत्र में लागू किया जाएगा. लगभग 2 लाख से ज्यादा घरों तक इस स्पेशल बैग को पहुंचकर कचरा कलेक्शन का काम शुरू किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : IIT BHU में तैयार होगा देश का पहला ई-कचरा मैनेजमेंट सेंटर, मोबाइल फोन से निकाले जाएंगे महत्वपूर्ण मेटल - E Waste Management Center

यह भी पढ़ें : लखनऊ में कचरा निस्तारण के लिए दागदार कंपनी ने फिर डाला टेंडर, जानें टेक्निकल बिड में किसकी खुलेगी किस्मत

जानकारी देते नगर आयुक्त अक्षत वर्मा

वाराणसी : बनारस में नगर निगम वाराणसी की तरफ से शहर को स्मार्ट सिटी बनाए जाने के लिए बहुत से प्रयास किया जा रहे हैं. कचरा प्रबंधन को और भी बेहतर करने के लिए लगातार स्मार्ट सिटी और नगर निगम प्लानिंग कर रहा है. हाल ही में अधिकारी जापान का दौरा करके वेस्ट मैनेजमेंट को और भी बेहतर करने की प्लानिंग करने में जुटे हुए हैं. बनारस में प्रतिदिन निकलने वाले 600 मीट्रिक टन कचरे के प्रबंधन को और बेहतर करने और घरों से होने वाले कूड़ा कलेक्शन को टेंशन फ्री करने के लिए अब नगर निगम वाराणसी ने खास प्लान तैयार किया है. जिसके तहत आने वाले समय में कचरा कलेक्शन का लिए जाने वाला मंथली पैसा लोगों को खास तरह के पॉलीबैग को लेकर देना होगा. जिससे नगर निगम को भी सहूलियत होगी और पब्लिक भी परेशान नहीं होगी.


जापान के दौरे पर गए थे अधिकारी : नगर निगम की तरफ से की जा रही नई प्लानिंग के बारे में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि हाल ही में मैं और वाराणसी के कमिश्नर के साथ कुछ अधिकारी जापान का दौरा करके आए हैं. जापान से हमने वेस्ट मैनेजमेंट के प्लान को और भी इंप्रूव करने के लिए पूरा प्लान तैयार किया है. इसके तहत वाराणसी में कचरा प्रबंधन को और भी बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए जापान की तर्ज पर काम करने की तैयारी की जा रही है. नगर आयुक्त ने बताया कि जापान में सप्ताह में दो दिन कचरा कलेक्शन का काम किया जाता है. हालांकि, यह चीज भारत में एप्लीकेबल नहीं हो सकती है. इसमें थोड़ी दिक्कतें हैं. इसलिए कचरा कलेक्शन के काम को तो नियमित रखा जाएगा, लेकिन अभी आ रही दिक्कतों को देखते हुए एक विशेष प्लान बनाया गया है. जापान में घरों से होने वाले कचरा कलेक्शन के लिए खास तरह के बायोपाॅली बैग दिए जाते हैं. यह पॉली बैग कचरे के साथ ही डिस्पोज हो जाते हैं और प्रकृति को नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं. इन्हीं पॉली बैग को हर महीने में दिनों की संख्या के हिसाब से लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा. अभी 50 रुपये महीना प्रति घर से कचरा कलेक्शन के नाम पर एजेंसी पैसे लेती हैं, लेकिन इसमें एक दिक्कत ही आती है कि बहुत से लोग पैसा देना नहीं चाहते और नगर निगम के साथ काम कर रही प्राइवेट एजेंसी को नुकसान उठाना पड़ता है.


बायो पॉली बैग्स तैयार करवाने की तैयारी : नगर आयुक्त ने बताया कि इसके अलावा प्राइवेट एजेंसी भी अपने नुकसान की भरपाई के लिए कई बार दिमाग लगाती हैं और घरों की संख्या ज्यादा बताकर हर महीने नगर निगम को ज्यादा बिल दिया जाता है. जिसके लिए पूरी प्लानिंग करके उनके बिल का भुगतान करना पड़ता है. हर महीने इस तरह की परेशानियों को देखते हुए नगर निगम ने खास तरह के बायो पॉली बैग्स तैयार करवाने की तैयारी की है. इसके लिए प्रति घर में इनको देने के बाद एक मुश्त धनराशि इस प्रति पॉलीबैग के हिसाब से ली जाएगी. जिससे नगर निगम को परेशानी भी नहीं होगी और लोग हर महीने पैसे देने के लिए परेशान नहीं होंगे.नगर आयुक्त का कहना है कि यह सुविधा जापान में एप्लीकेबल की गई और वहां सफल भी है. इसी तरह पर उत्तर प्रदेश में पहले जिले के तौर पर वाराणसी में इसे लागू करने की तैयारी है और उम्मीद है कि चुनाव के बाद इस ट्रायल के तौर पर कुछ इलाकों में शुरू भी किया जाएगा. जिसकी सफलता के बाद इसे नगर निगम क्षेत्र में लागू किया जाएगा. लगभग 2 लाख से ज्यादा घरों तक इस स्पेशल बैग को पहुंचकर कचरा कलेक्शन का काम शुरू किया जाएगा.

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