खानपुर/डोईवाला: पिछले 6 दिन से लापता चल रहे डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर के साथ अनहोनी हो गई है. हरिद्वार के खानपुर में प्रॉपर्टी डीलर का शव मिला है. पुलिस के अनुसार रामशंकर की हत्या की गई है. हत्या लूट के लिए की गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अभी फरार है.
डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या: डोईवाला में कुड़कावाला के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर 8 दिसंबर को अपने घर से हरिद्वार के लिए निकले थे. रामशंकर का हरिद्वार के खानपुर में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम था. उसी दिन दोपहर बाद से उनका उनका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा और परिवार वालों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा था. काफी पता करने के बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो परिवार वालों ने खानपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.
खानपुर में मिला रामशंकर का शव: प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर का शव आज शुक्रवार 13 दिसंबर को पुलिस ने खानपुर के इंद्रपुरी के खेत से बरामद कर लिया है. बताया जा रहा है कि तीन लोगों ने रामशंकर को अकेला पाकर मारपीट की. इन बदमाशों ने उनसे पैसे लूटने का प्रयास किया. विरोध करने पर रामशंकर की हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को रेत में दबा दिया.
शव के हाथ-पैर बंधे मिले: पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया है. पुलिस ने आज जब शव निकाला तो हाथ पैर भी बंधे मिले हैं. रुड़की के सरकारी अस्पताल में शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई है. पुलिस के अनुसार लूट की नीयत से निर्मम हत्या की गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी फरार है. परिजनों ने बताया कि जिन लोगों ने रामशंकर की निर्ममता से हत्या की है, उन्हें वो अपने खेत का कार्य करने के लिए देते थे. रामशंकर की हत्या से पूरे डोईवाला में शोक की लहर है.
हरिद्वार एसएसपी ने किया खुलासा: हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बीती 9 दिसंबर को कुड़कावाला थाना डोईवाला देहरादून निवासी रमेश चन्द s/o स्वर्गीय निकसाराम द्वारा तहरीर दी गई थी. तहरीर में बताया गया कि दिनांक 8 दिसंबर से उनका बेटा रामशंकर उम्र लगभग 48 वर्ष लापता है. उन्होंने बताया कि दिन में ग्राम –कुड़कावाला डोईवाला देहरादून से वो अपनी प्रॉपर्टी डीलिंग के आफिस निकट पेट्रोल पम्प खानपुर आया था. करीब 6.00 बजे सायं को उसके फोन पर फोन किया गया, तो उसका फोन लगातार बन्द आ रहा था. परिजनों द्वारा फोन ना उठाए जाने के कारण चिंतित होकर पुलिस को गुमशुदगी दर्ज कराई.
खुलासे के लिए टीम बनाई गई: इसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की. गठित टीम द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत सभी आने जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी को चेक किया गया. साथ ही संदिग्धों से पूछताछ सहित व्यापक प्रचार प्रसार हेतु फोटो पम्पलेट चस्पा किये गये. आज शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर ग्राम चन्द्रपुरी से संदिग्धों से पूछताछ की गई.
पकड़े गए संदिग्ध निकले हत्यारे: संदिग्धों द्वारा बताया गया कि गुमशुदा रामशंकर हमारे गांव में आता रहता था. उसकी हमारे गांव के आसपास जमीन भी है. हमें पता था कि रामशंकर अच्छे रुपये पैसे वाला आदमी है. 8 दिसंबर को हम दोनों अपने एक अन्य दोस्त के साथ कम्बलपुर खेतों की तरफ गये थे. वहां पर हमें रामशंकर मिल गया.
हत्या आरोपियों ने बताई अपहरण और मर्डर की कहानी: हमने रामशंकर को जमीन देखने के बहाने बुलाया और अन्दर खेत में पकड़ लिया. उसका मुंह दबाकर हाथ पैर बांध लिये. उसके बाद हमने उसकी तलाशी ली तो उसके पास केवल 400 रुपये मिले. हमें रामशंकर पर गुस्सा आ गया. हमने रामशंकर का मोबाइल फोन ले लिया और उसको डराकर उससे उसके फोन का पासवर्ड और फोन पे का पिन मांगा.
पैसे नहीं मिले तो मुंह पर टेप चिपका दिया: फिर हम लोग डर गए कि कहीं रामशंकर हमें जेल ना भिजवा दे. वह चिल्ला रहा था, तब हमने रामशंकर के मुंह पर टेप लगा दिया और उसका मुंह बन्द कर दिया. थोड़ी देर बार रामशंकर की मौत हो गयी थी. फिर हम लोग डर गये और हम रामशंकर की बॉडी को लेकर चन्दपुरी घाट के आगे गये. रामशंकर की डेड बाडी को एक कट्टे में डालकर रेत में खड्डा खोदकर दबा दिया और घर वापस आ गये.
रामशंकर के अकाउंट से निकाले पैसे: उसके दूसरे दिन रॉबिन, रामशंकर का फोन लेकर रुपये निकालने के लिये मंगलौर पेट्रोल पम्प पर गया था. उसने अलग अलग कुल 30,000 (तीस हजार रुपये ) निकाले थे. अगले दिन रॉबिन, रामशंकर का फोन लेकर रुपये निकालने के लिये मण्डावर बिजनौर गया. लेकिन मोबाइल फोन से रुपये नहीं निकल पाये. तीसरे दिन रॉबिन, रामशंकर के मोबाइल से रुपये निकालने के लिये मीरापुर गया था, लेकिन वहां भी रुपये नहीं निकल पाये.
सुबूत मिटाने के लिए ये किया: फिर उसके बाद अक्षय और अंकित ने उस मोबाइल फोन को दाबकीखेड़ा में रास्ते के किनारे गड्डा खोद कर उसमें दबा दिया. रामशंकर की मोटरसाइकिल को मेन सड़क पर छोड़ दिया. घटना के दिन ही हमने रामशंकर के टोपी और हेलमेट तथा उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेजों को मेन रोड पर टायर फैक्ट्री के पास फेंक दिया.
दोनों आरोपियों ने कुबूला जुर्म: पुलिस के सामने दोनों आरोपियों ने अपना जुल्म कबूल कर लिया है. दोनों आरोपियों ने अपने नाम रॉबिन पुत्र कमल सिंह ओर दूसरे ने अपना नाम अक्षय पुत्र प्रेम सिंह बताया. वहीं तीसरा आरोपी जो कि फरार है अंकित पुत्र अमरपाल है, जिसकी तलाश की जा रही है.
वहीं इस बाबत एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है.
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