पटनाः बिहार में दीवाली उत्सव की धूम है. धनतेरस के मौके पर लोगों ने जमकर खरीदारी की. पटना में रिकॉर्ड तोड़ सोने और चांदी की खरीदारी हुई है. वाहन खरीदने वालों की भी लंबी कतार लगी रही. ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के अनुसार अकेले राजधानी पटना में 500 करोड़ के सोने चांदी की बिक्री हुई है. बिहार की बात कर ले तो बिहार में 950 करोड़ से 1000 करोड़ के बीच आभूषणों की बिक्री हुई है. धनतेरस के मौके पर लोगों ने जमकर खरीदारी की.
25 से 30% अधिक हुआ व्यवसायः ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष अशोक वर्मा ने कहा कि धनतेरस के मौके पर लोगों ने जमकर खरीदारी की खास तौर पर इस साल ज्वेलरी की बिक्री में 25 से 30% का इजाफा हुआ है.
"धनतेरस के मौके पर लोगों ने जमकर खरीदारी की. ज्वेलरी की बिक्री में 25 से 30% की वृद्धि हुई है. बिहार में 950 करोड़ से 1000 करोड़ के बीच आभूषणों की बिक्री हुई है." -अशोक वर्मा
धनतेरस पर खरीदारी का मान्यताः ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. लक्ष्मी जी लोगों के घर को धन धान्य से भर देती है. धनतेरस के मौके पर वाहन खरीदने वालों की लंबी कतार थी. जिस किसी ने पहले से बुकिंग कर रखी थी उन्हें तो वाहन मिले लेकिन जो धनतेरस के दिन खरीदना चाहते थे उनके लिए वाहन की उपलब्धता नहीं थी.
2000 बाइक और स्कूटी कि बिक्रीः गाड़ियों की बात करें तो दो पहिया वाहन सिर्फ पटना में 2000 बिक्री हुई है. चार पहिया वाहन लगभग 550 से 600 के करीब बिक्री हुई है. लेकिन सबसे ज्यादा लोगों ने लोगों को यह महसूस किया कि सोने में इन्वेस्टमेंट सबसे बेहतर है. पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्वेलरी की बिक्री अधिक हुई है. उम्मीद के मुताबिक लोगों ने खरीददारी भी की.
यह भी पढ़ेंः दिवाली में बिहार की 'न्यारा मिट्टी' की खूब होती है डिमांड, एक बाल्टी कूड़े की लाखों में होती है कीमत