हल्द्वानी: नैनीताल के हल्द्वानी कोतवाली परिसर में गुरुवार को उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार का स्थानीय लोगों के साथ जन संवाद कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में उस समय हंगामा हो गया जब उत्तराखंड के दिव्यांग लोक गायक दीपक सुयाल ने कार्यक्रम स्थल के बाहर धरना देकर आरोप लगाया कि पुलिस उनको अंदर नहीं जाने दे रही है. देखते ही देखते मामला काफी बढ़ गया. हालांकि, पुलिस की ओर से भी इस मामले पर प्रतिक्रिया आई है.
दीपक सुयाल का आरोप है कि वो अपनी समस्याओं को लेकर डीजीपी अभिनव कुमार के पास जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया. इससे नाराज दीपक सुयाल जन सुनवाई कार्यक्रम स्थल गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान वो डीजीपी से मुलाकात करने के लिए पुलिस वालों से लगातार कहते रहे. इस दौरान पुलिस और दीपक सुयाल के बीच नोकझोंक भी हुई. फिर पुलिसकर्मी दीपक सुयाल को उठाकर कोतवाली ले गए.
प्रदर्शन के दौरान दीपक सुयाल ने बताया कि वो लोक गायक हैं. उनके यूट्यूब चैनल को किसी ने डिलीट कर दिया है. इसको लेकर उन्होंने पुलिस को तहरीर भी दी है, मगर पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है. दीपक ने बताया कि वो लगातार राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में अपने गीतों के माध्यम से प्रचार करते हैं, मगर आज जब वो अपनी समस्या को लेकर डीजीपी के पास पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया. उनके साथ गलत व्यवहार किया गया.
पुलिस की प्रतिक्रिया: दीपक सुयाल के आरोप और पूरी घटना को लेकर हमने सीओ हल्द्वानी नितिन लोहानी से फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया कि डीजीपी की जन सुनवाई का समय तय था और ये व्यक्ति तय समय के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा था. उस वक्त जन सुनवाई खत्म होने को थी, और तभी इस व्यक्ति ने गेट पर ही धरना देना शुरू कर दिया. पुलिस ने अनुशासन के तहत उस व्यक्ति को पहले वहां से आराम से हटाया, लेकिन उसके द्वारा हंगामा शुरू करने पर उसे अन्य स्थान पर ले जाया गया.
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