उदयपुर. भीषण गर्मी के मद्देनजर अस्पतालों में मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर सरकार और प्रशासन लगातार काम कर रहा है. राज्य सरकार के निर्देश पर प्रशासन की ओर से अस्पतालों में आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की टोह ली जा रही है. इसी कड़ी में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने महाराणा भूपाल अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया. साथ ही राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी के तहत प्रबंधन की बैठक लेते हुए मरीजों को हरसंभव राहत पहुंचाने के लिए पाबंद किया.
संभागीय आयुक्त ने दिए विशेष निर्देश : संभागीय आयुक्त भट्ट और जिला कलक्टर पोसवाल एमबी अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने एमबी अस्पताल मुख्य परिसर व आपातकालीन इकाई सहित जनाना अस्पताल व बाल चिकित्सालय का दौरा किया. उन्होंने प्रत्येक वार्ड में घूम कर निरीक्षण किया. वार्डों में पंखे-कूलर और एससी की व्यवस्थाएं देखी मरीजों और परिजनों से संवाद किया. उन्होंने वार्डों में पेयजल व्यवस्था का भी जायजा लिया. अस्पताल प्रबंधन को मरीजों के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए. साथ ही हीटवेव के संभावित मरीजों को लेकर किए गए प्रबंधों की भी जानकारी ली.
मरीजों को नहीं हो किसी तरह की परेशानी : संभागीय आयुक्त भट्ट ने अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा शुभ्रा सिंह के निर्देश पर आरएमआरएस के तहत अस्पताल प्रबंधन की बैठक ली. इसमें अस्पतालों में पेयजल, बिजली, दवाओं आदि की व्यवस्था पर चर्चा की. एमबी अस्पताल के अधीक्षक डॉ आर एल सुमन ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल परिसर में 180 एयरकंडीशनर और 203 कूलर लगा रखें हैं. पेयजल की भी पर्याप्त व्यवस्था है, बिजली भी फिलहाल सुचारू है. हीटवेव के संभावित मरीजों के लिए मेडिकल इमरजेंसी में 10 तथा पीडियाट्रिक में 5 बेड आरक्षित कर रखे हैं तथा आवश्यकतानुसार तत्काल बढ़ा दिए जाएंगे. उपचार के लिए दवाइयों के जरूरी किट भी तैयार हैं.