पौड़ीः उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हो रही बारिश के कारण नयार नदी का जल स्तर बढ़ गया है. जल स्तर बढ़ने से नदी में बनाया गया डायवर्जन मार्ग बह गया है. इसके कारण सतपुली-कांसखेत-देवप्रयाग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है. यात्रियों और ग्रामीणों को नयार नदी में उतरकर पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है.
सतपुली-कांसखेत-देवप्रयाग मोटर मार्ग पर कल्जीखाल ब्लॉक को द्वारीखाल ब्लॉक से जोड़ने के लिए 1979 में नयार नदी पर बांघाट पुल बनाया गया था. पुल बनने के बाद दोनों ब्लॉक के लोगों को इस मार्ग पर सुगम आवाजाही की सुविधा मिल रही थी. सितंबर, 2023 में खनन के ओवर लोडेड डंपरों की आवाजाही से बांघाट पुल की रेट्रो फिटिंग उखड़ गई थी. लोनिवि पौड़ी ने खतरे को भांपते हुए दिसंबर 2023 में पुल से भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी थी. इसके बाद विभाग ने रेट्रो फिटिंग का काम शुरू किया. इसके विकल्प के रूप में आवाजाही के लिए चमोलीसैंण से बिलखेत तक नयार नदी में करीब ढाई किमी का अस्थाई डायवर्जन मार्ग बनाया गया.
लेकिन दो दिन से हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से डायर्जन मार्ग बह गया. इससे दोनों ब्लॉक का संपर्क कट गया है. स्थिति यह है कि कल्जीखाल ब्लॉक के बिलखेत, दैसण, मोलखंडी, बूंगी, सकनखेत, कुड़ीगांव, बनेख, घंडियाल समेत सैकड़ों गांवों का संपर्क सतपुली बाजार से कट गया है. यहां के लोग रोजमर्रा के सामान के लिए सतपुली बाजार प्रतिदिन आवाजाही करते थे. डायवर्जन मार्ग बहने से इन गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. स्थानीय निवासी जिंतेंद्र ने बताया कि मार्ग बहने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, लोनिवि पौड़ी जेई महेंद्र सिंह ने बताया कि नदी का जल स्तर कम होने पर डायवर्जन मार्ग की मरम्मत कर सतपुली- कांसखेत-देवप्रयाग मार्ग पर आवाजाही सुचारू करवा दी जाएगी. बांघाट पुल के रिट्रो फिटिंग का कार्य प्रगति पर है. जल्द पुल का कार्य पूरा कर पुल को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.
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