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जयपुर में जिला स्तरीय जनसुनवाई: शासन सचिव ने अधिकारियों को दी चेतावनी, बोले- सही तरीके से करें शिकायतों का निपटारा - District level public hearing - DISTRICT LEVEL PUBLIC HEARING

जयपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय जन सुनवाई में जमीन संबंधी मामले ज्यादा आए. वहीं अधिकारियों द्वारा आमजन के साथ अभद्र व्यवहार की भी शिकायत आई. जनसुनवाई में वीसी के जरिए मौजूद रहे शासन सचिव राजन विशाल ने अधिकारियों को हिदायत दी कि वे शिकायतों का समुचित तरीके से निवारण करें, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें.

District level public hearing
कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय जन सुनवाई में मौजूद फरियादी (Photo ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 16, 2024, 6:31 PM IST

Updated : Aug 16, 2024, 8:53 PM IST

जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई हुई. जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण जिले की जनसुनवाई में करीब 61 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे. इनमें से कुछ शिकायतों का हाथों हाथ निस्तारण भी किया गया. जनसुनवाई में जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. सचिव राजन विशाल भी वीसी से जुड़े और उन्होंने साफ तौर पर अधिकारियों को चेतावनी दी कि शिकायतों का सही तरीके से निस्तारण किया जाए, यदि निस्तारण के बाद कोई शिकायत आती है तो जिम्मेदार अधिकारी के लिए ठीक नहीं होगा.

जनसुनवाई में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने आपदा से हुए नुकसान का मुद्दा उठाया. इस दौरान जमीनों से जुड़े हुए मामले अधिक आए. जमीनों पर अतिक्रमण, पत्थरगढ़ी, रास्ता देने जैसे मामले लेकर फरियादी जनसुनवाई में पहुंचे. इसके अलावा पानी सड़क आदि से जुड़ी समस्याएं लेकर भी लोग आए.

पढ़ें: जिलास्तरीय जनसुनवाई में आए 156 प्रकरण, राजस्व से जुड़े मामलों में पुलिस की कार्यशैली से नाराज दिखे फरियादी

तहसीलदार ने मारा चांटा: जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने समस्या सुनकर संबंधित अधिकारी के पास फरियादी को भेजा और कई मामलों का तुरंत समाधान भी किया गया. जमवारामगढ़ से आए एक फरियादी ने बताया कि वह तहसीलदार के पास गया था और तहसीलदार ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. उसके दस्तावेज फाड़ दिए और चांटे भी मारे. एक फरियादी ने कहा कि वह 13 महीने से रास्ता देने का एक मामला लेकर आ रहा है, लेकिन अभी तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. इसके अलावा जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र की आपदा से जुड़ी समस्याएं भी जन सुनवाई में उठाई. एक विधायक ने आपदा के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को जल्द मुआवजा देने की मांग उठाई.

रामगढ़ बांध के जलग्रहण एरिया में अतिक्रमण: जनुसनवाई के दौरान रामगढ़ बांध के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण को लेकर भी शिकायतें आई. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि इस संबंध में हाईकोर्ट के भी निर्देश हैं और एक कमेटी भी बनी हुई है. समय-समय पर कमेटी की ओर से सर्वे भी किया जाता है और अतिक्रमण हटाए जाते हैं. इसके अलावा कोई शिकायत आने पर भी अतिक्रमण हटाया जाता है.

यह भी पढ़ें: सहकारिता मंत्री गौतम दक ने प्रतापगढ़ में की जनसुनवाई, समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को दिए निर्देश

सागर तालाब में लीकेज: आमेर विधायक प्रशांत शर्मा ने कहा कि सागर तालाब में एक लीकेज हो गया है. उसके लिए भी वन विभाग के अधिकारियों को बता दिया गया है. शर्मा ने कहा कि आमेर जयपुर शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाने की बात मैंने कही है और यह भी कहा है कि इसका संचालन ठीक तरीके से किया जाए ताकि आम जनता को ट्रैफिक से संबंधित समस्या ना हो.

मुख्य सचिव की जगह राजन विशाल जुड़े : मुख्य सचिव सुधांश पंत को भी वीसी से जनसुनवाई में जुड़ना था, लेकिन उनकी जगह अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग के सचिव राजन विशाल जुड़े. राजन विशाल ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि जनसुनवाई और संपर्क पोर्टल पर एक ही शिकायत कई बार आती है, जिनका डिस्पोजल हो चुका होता है लेकिन फरियादी उससे संतुष्ट नहीं होता.शिकायत का सही तरीके से डिस्पोजल नहीं होगा तो जिम्मेदार अधिकारी के लिए ठीक नहीं होगा.

जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई हुई. जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण जिले की जनसुनवाई में करीब 61 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे. इनमें से कुछ शिकायतों का हाथों हाथ निस्तारण भी किया गया. जनसुनवाई में जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. सचिव राजन विशाल भी वीसी से जुड़े और उन्होंने साफ तौर पर अधिकारियों को चेतावनी दी कि शिकायतों का सही तरीके से निस्तारण किया जाए, यदि निस्तारण के बाद कोई शिकायत आती है तो जिम्मेदार अधिकारी के लिए ठीक नहीं होगा.

जनसुनवाई में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने आपदा से हुए नुकसान का मुद्दा उठाया. इस दौरान जमीनों से जुड़े हुए मामले अधिक आए. जमीनों पर अतिक्रमण, पत्थरगढ़ी, रास्ता देने जैसे मामले लेकर फरियादी जनसुनवाई में पहुंचे. इसके अलावा पानी सड़क आदि से जुड़ी समस्याएं लेकर भी लोग आए.

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तहसीलदार ने मारा चांटा: जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने समस्या सुनकर संबंधित अधिकारी के पास फरियादी को भेजा और कई मामलों का तुरंत समाधान भी किया गया. जमवारामगढ़ से आए एक फरियादी ने बताया कि वह तहसीलदार के पास गया था और तहसीलदार ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. उसके दस्तावेज फाड़ दिए और चांटे भी मारे. एक फरियादी ने कहा कि वह 13 महीने से रास्ता देने का एक मामला लेकर आ रहा है, लेकिन अभी तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. इसके अलावा जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र की आपदा से जुड़ी समस्याएं भी जन सुनवाई में उठाई. एक विधायक ने आपदा के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को जल्द मुआवजा देने की मांग उठाई.

रामगढ़ बांध के जलग्रहण एरिया में अतिक्रमण: जनुसनवाई के दौरान रामगढ़ बांध के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण को लेकर भी शिकायतें आई. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि इस संबंध में हाईकोर्ट के भी निर्देश हैं और एक कमेटी भी बनी हुई है. समय-समय पर कमेटी की ओर से सर्वे भी किया जाता है और अतिक्रमण हटाए जाते हैं. इसके अलावा कोई शिकायत आने पर भी अतिक्रमण हटाया जाता है.

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सागर तालाब में लीकेज: आमेर विधायक प्रशांत शर्मा ने कहा कि सागर तालाब में एक लीकेज हो गया है. उसके लिए भी वन विभाग के अधिकारियों को बता दिया गया है. शर्मा ने कहा कि आमेर जयपुर शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाने की बात मैंने कही है और यह भी कहा है कि इसका संचालन ठीक तरीके से किया जाए ताकि आम जनता को ट्रैफिक से संबंधित समस्या ना हो.

मुख्य सचिव की जगह राजन विशाल जुड़े : मुख्य सचिव सुधांश पंत को भी वीसी से जनसुनवाई में जुड़ना था, लेकिन उनकी जगह अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग के सचिव राजन विशाल जुड़े. राजन विशाल ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि जनसुनवाई और संपर्क पोर्टल पर एक ही शिकायत कई बार आती है, जिनका डिस्पोजल हो चुका होता है लेकिन फरियादी उससे संतुष्ट नहीं होता.शिकायत का सही तरीके से डिस्पोजल नहीं होगा तो जिम्मेदार अधिकारी के लिए ठीक नहीं होगा.

Last Updated : Aug 16, 2024, 8:53 PM IST
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