रायपुर: सहायक शिक्षकों के आंदोलन पर प्रदेश में सियासी पारा हाई है. B.Ed डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. राज्य सरकार को घेरते हुए कांग्रेस ने कहा है कि देश की ये एकमात्र ऐसी सरकार है जो दी हुई नौकरी को छीनने का काम कर रही है. बघेल ने कहा कि नए साल पर सरकार ने युवाओं को छलने का काम छत्तीसगढ़ में किया है.
सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी पर सियासत: बघेल ने कहा कि पूरी प्रक्रिया के साथ 2900 शिक्षकों की भर्ती की गई. प्रदेश में अभी भी शिक्षकों के पद रिक्त हैं. 33 हजार शिक्षकों की भर्ती रोकी गई है. सरकार नौकरी नहीं दे रही और दी हुई नौकरी को छीना जा रहा है. बघेल ने कहा कि हम इस अन्याय के खिलाफ हैंं. राज्य सरकार ने युवाओं को नए साल में बधाई देने की जगह दर्द देने का काम किया है. शिक्षकों के आंदोलन को दबाने का काम किया है. बेकसूरों को जेल भेजा है.
नए साल पर युवाओं का जीवन अंधकारमय बनाने का काम इस सरकार ने किया है. ये पहली ऐसी सरकार है जो दी गई नौकरी छीन रही है. - भूपेश बघेल, पूर्व सीएम
2900 शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश: 31 दिसंबर को शिक्षा विभाग ने 2900 शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश जारी किया. नाराज शिक्षकों ने अगले दिन से रायपुर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. रायपुर में बीजेपी दफ्तर के बाहर सहायक शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया.