मेरठ : बागपत पुलिस की यातनाओं से डरकर दिव्यांग युवक ने पुलिस कस्टडी में आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि पुलिस के सामने ही दिव्यांग ने खुदकुशी का प्रयास किया था. आनन फानन में बागपत पुलिस ने बागपत के हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. हालात ज्यादा खराब होते देख बागपत हॉस्पिटल चिकित्सक ने मेरठ के लिये रेफर कर दिया था. जिसके बाद मेरठ के गढ़ रॉड स्थित एक निजी हॉस्पिटल में दिव्यांग आरोपी को भर्ती कराया गया था, जहां उसका उपचार चल रहा था. गुरुवार को दिव्यांग ने हॉस्पिटल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
बता दें कि बागपत के कोतवाली शहर के बूढ़ेडा गांव में पुलिस ने लूट केस में संदिग्ध दिव्यांग प्रवीण को आरोपी समझकर हिरासत में लिया गया था. बागपत पुलिस प्रवीण को हिरासत में लेकर थाने लाई थी, जहां दिव्यांग ने पुलिस की यातनाओं से डरकर आत्महत्या की कोशिश की जिसके बाद पुलिस के सामने ही दिव्यांग की हालत बिगड़ गई. पुलिस ने हालत बिगड़ते देख तुरंत सीएचसी में भर्ती कराया. जहां उसकी हालत और बिगड़ने लगी. इसके बाद डॉक्टरों ने पीड़ित को मेरठ के लिये रेफर कर दिया. दिव्यांग युवक की उपचार के दौरान मेरठ हॉस्पिटल में मौत हो गई. पुलिस की मानें तो एक अधिवक्ता ने तीन अज्ञात के खिलाफ लूट में मुकदमा लिखाया था. पुलिस ने इसी मामले में दिव्यांग को हिरासत में लिया था.
थाना प्रभारी राकेश शर्मा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ दिव्यांग को भर्ती कराने साथ पहुंचे थे. उनका कहना है कि पूछताछ के दौरान दिव्यांग की हालत बिगड़ी थी. उसको उपचार के लिये बागपत सीएचसी से डॉक्टरों ने मेरठ के लिये रेफर कर दिया था, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है.
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