दुर्ग : छत्तीसगढ़ का दुर्ग भिलाई शहर साइबर ठगों के निशाने पर रहा है. पिछले कुछ महीनों में साइबर ठगी के कई मामले सामने आए हैं. इसी कड़ी में जिले के कुम्हारी निवासी महिला सीएम को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट करने की नाकाम कोशिश की. शातिर ठग खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर सीए को डिजिटल अरेस्ट कर ठगने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन दंपत्ति ने सावधानी से काम लिया और वह ठगी से बच गए.
डिजिटल अरेस्ट कर ठगने की कोशिश : दुर्ग एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि सूरज सिंह और उनकी पत्नी कीर्ति सिंह कुम्हारी जंजगिरी निवासी हैं. कीर्ति सिंह पेशे से सीए है. 28 नवंबर की दोपहर कीर्ति सिंह के मोबाइल पर एक कॉल आया. फोन करने वाले ने खुद को मुंबई सीबीआई का अधिकारी बताते हुए कहा कि कीर्ति सिंह के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हो रहा है. साथ ही यह भी कहा कि कीर्ति सिंह के एकाउंट में 67 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है. उनके खिलाफ मुंबई में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. इतना सुनते ही कीर्ति सिंह घबरा गई.
दंपती की सतर्कता ने ठगी से बचाया : इस बीच दूसरे कमरे में मौजूद कीर्ति सिंह के पति सूरज सिंह बातचीत की आवाज सुनकर बाहर आए. फोन करने वाले ने सूरज सिंह से भी बात की और कहा कि आप दोनों को अरेस्ट किया गया है. जब तक हम ना कहें, तब तक आप लोग घर से बाहर नहीं जा सकते. इसी बीच सूरज सिंह को थोड़ा संदेह हुआ. उन्होंने यूट्यूब पर इस तरह के सायबर फ्राड को सर्च किया. जिसके बाद सूरज को ठगे जाने का एहसास होने लगा. सूरज ने ठगों से कहा कि वे नजदीकी थाना से स्टॉफ भेजकर उन्हें अरेस्ट कराएं या वे खुद पुलिस स्टेशन पहुंचेंगे. यह सुनते ही ठगों ने फोन काट दिया.
कुम्हारी थाना में आकर प्रर्थिया ने रिपोर्ट लिखाई कि उसे एक कॉल आया था. अज्ञात व्यक्ति ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताया और उनके आधार कार्ड का मिस यूज होना बताकर साइबर फ्रॉड करने की कोशिश की गई. हालांकि, उनके अकाउंट के पैसे को आरबीआई में जमा करने की बात पर दंपती सतर्क हो गए और ठगी से बच गए. शिकायत मिलने पर केस दर्ज कर आईटी एक्ट की धाराओं के तहत आगे कार्रवाई की गई है : सुखनंदन राठौर, एएसपी (शहर), दुर्ग
अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज : इस वाकये के बाद पति पत्नी कुम्हारी पुलिस थाना पहुंचे और ठगी के प्रयास करने वाले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया. कुम्हारी पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ ठगी और आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच कर रही है. हालांकि, इस केस में किसी प्रकार का कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया गया है. सूरज सिंह और उनकी पत्नी कीर्ति सिंह कुम्हारी जंजगिरी निवासी हैं. कीर्ति सिंह पेशे से सीए है.
कुम्हारी के दंपति को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर फोन आया था, लेकिन वे ठगी के शिकार नहीं हुए हैं. डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नहीं होता है, केवल यह ठगी करने का नया तरीका है, सावधान और सतर्क रहिए. किसी को भी ऐसा फोन आता है तो तुरंत साइबर पुलिस के हेल्पलाइन पर कॉल करें. तभी ठग से बच सकते हैं. : जितेंद्र शुक्ला, एसपी, दुर्ग
दुर्ग पुलिस की अपील : दुर्ग पुलिस की ओर से एसपी जितेंद्र शुक्ला ने फिर एक बार अपील किया है किया है कि इस तरह की ठगी के मामले में अगर कोई फंसता है तो सबसे पहले 1930 पर सूचित करें या फिर नजदीकी थाना जाने की बात कहें. ताकि ठगी से बच सकेंगे. उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट नाम की कोई चीज नहीं होती है. सावधान रहें और सतर्क रहें.