संभल: संभल में लगातार तीर्थ स्थल, कुएं और कूपों की खोज के बाद एक और प्राचीन कूप एवं माता के मंदिर की खोज हुई है. प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर कूप की खोदाई का कार्य शुरू कराया है.
जबकि यहां के रहने वाले हिंदू समाज के लोगों ने मंदिर को कब्जा मुक्त कराने की पीएम मोदी और सीएम योगी से गुहार लगाई है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दूसरे समुदाय के लोगों ने कूप को पाट कर अवैध कब्जा कर लिया था. 30 से 40 साल पहले तक इस कूप में पानी हुआ करता था. यहां के रहने वाले सभी हिंदू समुदाय के लोग इसके पानी का इस्तेमाल किया करते थे. जबकि इसी के बगल में स्थित माता रानी के मंदिर पर लोग हवन पूजन, भंडारे आदि करते थे. शादी समारोह के दौरान घुड़चढ़ी भी मंदिर से हुआ करती थी.
कस्तूरी का कहना है कि हिंदू समुदाय के ही शख्स ने मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया. मंदिर को चार दीवारी में करते हुए पूजा पाठ के लिए नाम मात्र की जगह छोड़ दी. अब यहां के हिंदू समुदाय के लोगों को एक बड़े से फाटक के अंदर से गुजर कर मंदिर में पूजा करने के लिए जाना पड़ता है. स्थानीय निवासी राखी का कहना है कि फाटक के अंदर मेंथा फैक्ट्री संचालित है, जिसमें दूसरे समुदाय के लोग काम करते हैं. ऐसे में मंदिर में पूजा करने के लिए महिलाओं को समूह में जाना पड़ता है. अकेली महिला डर की वजह से पूजा अर्चना करने नहीं जाती.
वीर सिंह का कहना है कि कई-कई घंटे उन्हें फाटक के बाहर ही खड़ा रहना पड़ता है, जब कोई दरवाजा नहीं खोलता तो मजबूर होकर उन्हें बाहर से ही हाथ जोड़कर जाना पड़ता है. मुस्लिम आबादी से घिरे मंदिर के आसपास 30 से 40 हिंदू परिवार रहते हैं. सूरजमुखी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंदिर को संरक्षित कराते हुए भूमि पर कर लिए गए अवैध कब्जे को कब्जा मुक्त कराने की गुहार लगाई है.
इसे भी पढ़ें-संभल में रानी की बावड़ी में फिर शंख लेकर घुसा युवक; शंखनाद करने से रोकने पर किया हंगामा