रांचीः झारखंड में नक्सलियों और अपराधियों की ओर से लगातार की जा रही आगजनी और फायरिंग की वारदातों को लेकर डीजीपी के निर्देश के बाद सभी जिले अलर्ट हो गए हैं. शनिवार को रांची रेंज के डीआईजी ने पांच जिलों के एसएसपी/एसपी के साथ मीटिंग कर दहशत फैला रहे तत्वों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
एक्शन प्लान तैयार
रांची रेंज के पांच जिलों में रांची, सिमडेगा, खूंटी, गुमला और लोहरदगा में उग्रवादी और आपराधिक गुटों पर नकेल कसने को लेकर पुलिस ने एक्शन प्लान तैयार किया है. उग्रवादी संगठनों पर दबिश बनाने के लिए पुलिस अब उग्रवादियों के साथ साथ उनके सहयोगियों पर भी कार्रवाई करेगी. झारखंड पुलिस उपद्रवी तत्वों तक हर तरह की सूचना पहुंचाने और उनको सहयोग करने वाले लोगों को चिहिन्त करेगी.
पुलिस की ओर से उनकी सूची तैयार की जाएगी, ऐसे सहयोगियों के खिलाफ न सिर्फ थाना में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, बल्कि उनसे प्रतिदिन थाना हाजिरी भी लगवायी जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो ऐसे सहयोगियों को जिला बदर भी किया जाएगा.
रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे के साथ पांच जिलों के एसएसपी और एसपी की शनिवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है. डीआईजी रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, लोहरदगा एसपी हारिश बिन जमां, सिमडेगा, गुमला और खूंटी के एसपी के साथ शनिवार को कचहरी स्थित कार्यालय में बैठक की. जिसमें आगजनी कर रहे इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की.
डीआईजी ने सभी एसपी को सख्त निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों में नक्सली घटनाओं को हर हाल में रोकें. उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाकर उन पर कार्रवाई करें. डीआईजी ने नक्सलियों, स्पिंटर ग्रुप्स और कुख्यात अपराधियों के गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है.
हर जिला दो अपराधियों की चल-अचल संपत्ति को करे जब्त
संगठित आपराधिक गिरोह, उग्रवादियों और स्पिंटर ग्रुप के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. संगठित गिरोह के कुख्यात अपराधियों और उग्रवादियों की चल अचल संपत्तियों को चिहिन्त कर पुलिस उसे जब्त करेगी. रांची, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा और खूंटी के एसपी को धारा 25 यूएबी व बीएनएसएस की धारा में दी गई शक्तियों का उपयोग करते हुए हर जिला को दो-दो कुख्यात अपराधियों की चल व अचल संपत्ति को जब्त करने का निर्देश दिया गया है.
इस कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपने का निर्देश दिया गया है. डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि संगठित गिरोह के कुख्यात अपराधियों द्वारा रंगदारी के पैसे से अर्जित संपत्ति को भी पुलिस जब्त करेगी. इसके लिए पुलिस को निर्देश दिया गया है कि संपत्ति के बारे में जांच पड़ताल करें.
रंगदारी व अगजनी की घटना पर कार्रवाई करे थानेदार
डीआईजी ने बताया कि मीटिंग में एक साल के भीतर रंगदारी, आगजनी व फायरिंग जैसी वारदातों पर संबंधित इलाके के थानेदारों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि थाना प्रभारी ऐसी वारदातों की जांच खुद करें. घटना में शामिल अपराधियों व उग्रवादियों के खिलाफ न्यायालय से वारंट जारी कराएं. इश्तेहार चिपकाने के बाद भी अगर अपराधी सरेंडर नहीं करता है तो ऐसे अपराधियों व उग्रवादियों पर इनाम घोषित कराएं.
उग्रवादियों के खिलाफ चलाएं ऑपरेशन
डीआईजी ने रांची एसएसपी को भी निर्देश दिया है कि शहर में हर हाल में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाएं. बुढ़मू समेत अन्य जगहों पर अगजनी की घटना को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार करें. उग्रवादियों की धड़-पकड़ के लिए ऑपरेशन चलाएं, हर हाल में उग्रवादियों व अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजें.
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