धमतरी: विंध्यवासिनी वार्ड में प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी का मंदिर है. जहां दूर दूर से लोग दर्शन करने पहुंचते है. हर साल नवरात्रि के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ पहुंचती है. इसी को देखते हुए वार्ड में पाथवे निर्माण बनाने का काम शुरू हुआ लेकिन लोगों की सुविधा के लिए बनाया जा रहा पाथवे मुसीबत बनता जा रहा है.
पाथवे निर्माण के लिए खोदे गड्ढों से लोग हो रहे परेशान: धमतरी नगर निगम ने विंध्यवासिनी वार्ड में सड़क किनारे पाथवे निर्माण की योजना बनाई. बाकायदा टेंडर जारी करके लगभग 38 लाख की लागत से पाथवे निर्माण का भूमि पूजन कराया गया. काम शुरू हुआ. गड्ढे खोद दिए गए, लेकिन कुछ ही दिनों बाद काम बंद हो गया. तब से दोबारा काम शुरू नहीं हुआ. जिससे खुदी सड़क और गड्ढों से लोगों को काफी मुसीबत झेलनी पड़ रही है. सड़क किनारे पूरी दुकानें है. पाथवे के लिए गड्ढा खोद देने से सड़क से दुकान तक आने वालों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
पाथवे बन रहा था. दो दिन काम हुआ. मेले के कारण काम रोके. फिर बोले कि काम रोक दिया गया है. काफी परेशानी हो रही है. -दिनेश नामदेव, दुकानदार
गड्ढों के कारण ग्राहक दुकान में आने में परेशानी हो रही है. या तो गड्ढे भर देते या फिर बना देते, हमें बहुत परेशानी हो रही है - मोहन तारक, स्थानीय
बड़े नेता के कहने पर काम रोकने का आरोप: पाथवे का काम रोक देने से दुकानदारों और आने वाले राहगीरों को परेशानी हो रही है. इधर पार्षद का दावा है कि किसी बड़े नेता के कहने पर काम रोका गया है.
21 फरवरी 2024 को इसका भूमिपूजन हुआ. 38 लाख की लागत से विंध्यावासिनी मंदिर से राम बाग तक पाथवे का निर्माण किया जाना था. किसी बड़े नेता के शिकायत के आधार पर काम रोक दिया गया है. आयुक्त साहब से बात करने के बाद जानकारी लग पाएगी - कमलेश सोनकर, पार्षद
बिना पीडब्लूयूडी से बात कर शुरू किया पाथवे निर्माण: नगर निगम आयुक्त का कहना है कि सड़क PWD विभाग की है. विभाग से बात करने के बाद आगे का काम शुरू होगा. ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि निगम ने बिना पीडब्ल्यूडी के सहमति के पाथवे का काम शुरू कर दिया है.
सड़क पीडब्ल्यूडी की है. पीडब्ल्यूडी विभाग से इस संबंध में चर्चा की जाएगी. उसके बाद रोड का काम चालू होगा.-विनय पोयाम, आयुक्त, नगर निगम
निगम आयुक्त जल्द पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से बात कर काम शुरू करवाने की बात कह रहे हैं. आने वाले कुछ दिनों में नवरात्र शुरू हो जाएगा. ऐसे में दूर दूर से भक्त विंध्यवासिनी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचेंगे. पाथवे का काम अधूरा रहने से मुसीबत और बढ़ सकती है.