मेरठ: यूपी के बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की मौत के बाद, जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने का दौर लगातार जारी है. यूपी के पुलिस महानिदेशक कारागार एसएन साबत शनिवार को मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार पर पहुंचे. वहां, उन्होंने जेल का निरीक्षण कर कैदियों का हाल जाना.
निरीक्षण के दौरान डीजी जेल एस एन साबत ने जेल में निरुद्ध बंदियों की स्वास्थ्य व्यवस्था का भी हाल जाना. साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि किस तरह मौजूदा व्यवस्थाओं को सुधारा जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर की जेल में निरुद्ध बंदियों की उनकी शिक्षा के आधार पर एजुकेशन प्रोफाइलिंग की जा है. पता लगाया जा रहा है कि कितने बंदी कक्षा 5 या उससे कम तक पढ़े हैं. कितने बंदी कक्षा 8 तक पढ़े हुए हैं. कितने कक्षा 10 तक पढ़े हैं और कितने कक्षा 12 तक पढ़े हैं.
डीजी सवाल को टालते हुए मौके से चल गए
उन्होंने कहा कि इसी के आधार पर जेल में निरुद्ध बंदियों को पढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जहां 1 से 2 अध्यापक भी लगाए गए हैं, जो जेल में इन बंदियों को पढ़ाते हैं और इसी का नतीजा है की जेल में निरुद्ध होते हुए भी बंदी बोर्ड एग्जाम दे रहे हैं. उन्हें अच्छे नंबरों से पास भी कर रहे हैं, जिससे कि आने वाले समय में वो भारत के अच्छे नागरिक बन सके. वहीं, इस बीच जब डीजी जेल एस एन साबत से बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के परिवारजनों द्वारा जेल में जहर दिए जाने का आरोप लगाने को लेकर सवाल पूछे गए तो, डीजी साहब सवाल को टालते हुए मौके से चल गए.