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अब रोपवे से जाकर श्रद्धालु कर सकेंगे राधा रानी मंदिर में दर्शन, जानिए कितना किराया है - ROPWAY MATHURA

श्रीकृष्ण नगरी में रोपवे का सफल ट्रायल हो चुका है. अगले महीने से श्रद्धालु रोपवे के जरिए राधा रानी मंदिर में दर्शन कर सकेंगें. आइए जानते हैं कब से रोपवे का संचालन होगा और किराया कितना है.

बरसाना में रोपवे का सफल ट्रायल
बरसाना में रोपवे का सफल ट्रायल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 19, 2024, 5:26 PM IST

ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर तक रोपवे का सफल ट्रायल. (Video Credit; Etv Bharat)

मथुरा: राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में सालों के इंतजार के बाद रोपवे का सफल ट्रायल हुआ. पिछले कई दिनों से असमंजस और ट्रॉली का इंतजार खत्म होने के बाद अधिकारियों के समक्ष ट्रायल किया गया. बरसाना के ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर जाने के लिए श्रद्धालुओं को रोपवे की सुविधा जुलाई में मिलेगी. प्रतिदिन रोपवे की ट्राली से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए जा सकेंगे.

बरसाना में रोपवे का सफल ट्रायल
बता दें कि धर्म की नगरी वृंदावन में बरसाना, गोवर्धन, गोकुल, नंदगांव मंदिर दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार अनेक योजनाएं दी जा रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थंकर परिषद द्वारा सालों की मेहनत के बाद रोपवे का सफल ट्रायल किया गया है. ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर तक ट्रॉली के द्वारा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे.

लंबे इंतजार के बाद रोपवे की हुई व्यवस्था
बरसाना के ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी दर्शन करने के लिए रोपवे चालू करने की व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा और प्रदेश सरकार द्वारा की गई थी लेकिन कई साल के बाद रोपवे की ट्रॉली 10 जून को बरसाना पहुंची उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा रोपवे चालू करने के लिए अधिकारियों द्वारा बैठक की गई थी पहले ट्रायल के दौरान इंजिनियर द्वारा सिर्फ दो खाली ट्राली चलाई गई इस दौरान ट्रालियों को कई राउंड तक चलाया गया

ब्रह्मांचल पर्वत से मंदिर तक जाएगी ट्रॉली
2016 में पीपी मॉडल के तहत बरसाना ब्रह्मांचल पर्वत पर तत्कालीन प्रदेश सरकार द्वारा रोप वे का शुभारंभ किया गया. लेकिन वन विभाग से एनओसी और कोविड के चलते प्रोजेक्ट लंबित रहा. राधा रानी प्राइवेट रोपवे के डायरेक्टर अभय अवस्थी ने बताया कि यह राधारानी मंदिर रोपवे का पहला ट्रायल है. इस दौरान सिर्फ खाली दो ट्राली चलाई गई. लगभग दस दिनों तक सभी ट्राली लगाकर ट्रायल विधिवत चलता रहेगा. अंतिम चरण में ट्रालियों का लोड टेस्ट किया जायेगा. इंजीनियर अभय अवस्थी ने बताया कि हम लोगों के द्वारा रोपवे का सफल ट्रायल किया गया है. एक घंटे में 4 सौ श्रद्धालु रोपवे के माध्यम से दर्शन कर पाएंगे. प्रति श्रद्धालु 110 से 120 रुपये तक किराया निर्धारित किया जाएगा. श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है. एक बार में 100 गाड़ियां पार्क हो सकेंगी.


इसे भी पढ़ें-वाराणसी में सीएम योगी ने परखा रोप वे, अफसरों को दिए ये सख्त निर्देश

ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर तक रोपवे का सफल ट्रायल. (Video Credit; Etv Bharat)

मथुरा: राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में सालों के इंतजार के बाद रोपवे का सफल ट्रायल हुआ. पिछले कई दिनों से असमंजस और ट्रॉली का इंतजार खत्म होने के बाद अधिकारियों के समक्ष ट्रायल किया गया. बरसाना के ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर जाने के लिए श्रद्धालुओं को रोपवे की सुविधा जुलाई में मिलेगी. प्रतिदिन रोपवे की ट्राली से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए जा सकेंगे.

बरसाना में रोपवे का सफल ट्रायल
बता दें कि धर्म की नगरी वृंदावन में बरसाना, गोवर्धन, गोकुल, नंदगांव मंदिर दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार अनेक योजनाएं दी जा रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थंकर परिषद द्वारा सालों की मेहनत के बाद रोपवे का सफल ट्रायल किया गया है. ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी मंदिर तक ट्रॉली के द्वारा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे.

लंबे इंतजार के बाद रोपवे की हुई व्यवस्था
बरसाना के ब्रह्मांचल पर्वत से राधा रानी दर्शन करने के लिए रोपवे चालू करने की व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा और प्रदेश सरकार द्वारा की गई थी लेकिन कई साल के बाद रोपवे की ट्रॉली 10 जून को बरसाना पहुंची उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा रोपवे चालू करने के लिए अधिकारियों द्वारा बैठक की गई थी पहले ट्रायल के दौरान इंजिनियर द्वारा सिर्फ दो खाली ट्राली चलाई गई इस दौरान ट्रालियों को कई राउंड तक चलाया गया

ब्रह्मांचल पर्वत से मंदिर तक जाएगी ट्रॉली
2016 में पीपी मॉडल के तहत बरसाना ब्रह्मांचल पर्वत पर तत्कालीन प्रदेश सरकार द्वारा रोप वे का शुभारंभ किया गया. लेकिन वन विभाग से एनओसी और कोविड के चलते प्रोजेक्ट लंबित रहा. राधा रानी प्राइवेट रोपवे के डायरेक्टर अभय अवस्थी ने बताया कि यह राधारानी मंदिर रोपवे का पहला ट्रायल है. इस दौरान सिर्फ खाली दो ट्राली चलाई गई. लगभग दस दिनों तक सभी ट्राली लगाकर ट्रायल विधिवत चलता रहेगा. अंतिम चरण में ट्रालियों का लोड टेस्ट किया जायेगा. इंजीनियर अभय अवस्थी ने बताया कि हम लोगों के द्वारा रोपवे का सफल ट्रायल किया गया है. एक घंटे में 4 सौ श्रद्धालु रोपवे के माध्यम से दर्शन कर पाएंगे. प्रति श्रद्धालु 110 से 120 रुपये तक किराया निर्धारित किया जाएगा. श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है. एक बार में 100 गाड़ियां पार्क हो सकेंगी.


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