नई दिल्ली: दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना कर शारदीय नवरात्रि मनाई जा रही है. प्रमुख मंदिरों में भक्तों का तांता लग रहा है. वहीं, जगह-जगह रामलीला का मंचन भी किया जा रहा है. इसी कड़ी में राजधानी के प्रसिद्ध झंडेवालान मंदिर में नवरात्रि के चौथे दिन आरती की गई. नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा के पूजन का विधान है.
इसके अलावा छतरपुर स्थित आध्या शक्ति कात्यायनी शक्तिपीठ में भी नवरात्रि के अवसर पर मां भगवती की भव्य आरती की गई. मान्यता है कि मां कूष्मांडा ने अपनी हंसी से ब्रह्मांड का सृजन किया है. माता के इस स्वरूप में उन्हें आठ भुजाओं के साथ, शेर की सवारी करते हुए देखा जा सकता है.
#WATCH | Delhi: Aarti is being performed at Jhandewala Devi Mandir on the occasion of the fourth day of Shardiya Navaratri.
— ANI (@ANI) October 5, 2024
Mata Kushmanda is worshipped on the fourth day of Navratri. pic.twitter.com/eiizYNu9af
उन्हें खुशी व शक्ति की देवी के रूप में जाना जाता है. उधर ऐतिहासिक लालकिले पर स्थित रामलीला मैदान पर आयोजित होने वाले तीन प्रमुख लव कुश रामलीला, नव श्री धार्मिक रामलीला और श्री धार्मिक लीला में गणेश पूजन के साथ रामलीला का मंचन शुरू हुआ चुका है.
#WATCH | Delhi: Aarti is being performed at Shri Adhya Katyayani Shaktipith Mandir in Chhatarpur on the occasion of the fourth day of Shardiya Navaratri.
— ANI (@ANI) October 6, 2024
Mata Kushmanda is worshipped on the fourth day of Navratri. pic.twitter.com/46F8w2uF8f
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यह है मान्यता: माता का प्रिय रंग नारंगी है, जो आशावाद, खुशी और सकारात्मकता का प्रतीक है. इस दिन माता के भक्त पीले कपड़े पहना पसंद करते हैं. कहते हैं माता को मालपुआ और कुम्हड़े का भोग अति प्रिय है और नियमपूर्वक मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है.
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