देवघर: तीसरी सोमवारी पर पूरे देवघर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. लेकिन देवघर पहुंचे श्रद्धालु प्रशासन से खासा नाराज दिखे. उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. उनका आरोप है कि श्रद्धालुओं को बस और कार की सुविधा नहीं दी जा रही है. इससे देवघर से बासुकीनाथ जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रशासन पर अवैध वसूली का आरोप
दरअसल, जिले के ऑटो चालक और छोटे वाहन चालकों ने जिला प्रशासन पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए अपने वाहनों को बंद कर दिए हैं. जिससे टेंपो और टुकटुक से जाने वाले श्रद्धालु परेशान हैं. श्रद्धालुओं का आरोप है कि अगर टेंपो और टुकटुक की सुविधा नहीं मिलेगी तो लाखों की संख्या में आए श्रद्धालु बासुकीनाथ कैसे पहुंचेंगे.
श्रद्धालुओं ने बताया कि सुबह से ही वे बासुकीनाथ जाने के लिए इंतजार कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई वाहन नहीं मिल रहा है. सिर्फ बसें चल रही हैं लेकिन लोगों की भीड़ के कारण बसों की संख्या कम पड़ गई है. अपने वाहनों को बंद करने को लेकर ऑटो चालकों ने कहा कि प्रशासन की मनमानी के कारण उन्होंने अपने वाहन बंद किए हैं. एक साल के इंतजार के बाद उन्हें कुछ पैसे कमाने का मौका मिलता है लेकिन जिस तरह से प्रशासन उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहा है उससे ऑटो चालक परेशान हैं.
श्रद्धालुओं को समझाने में जुटा प्रशासन
ऑटो चालकों ने कहा कि यह हड़ताल प्रशासन और बस एसोसिएशन के खिलाफ की गई है. क्योंकि ऑटो चालकों के पेट पर लात मारी जा रही है. फिलहाल बस स्टैंड के पास हजारों बम ऑटो वाहन के इंतजार में खड़े हैं ताकि वे समय पर बासुकीनाथ पहुंच सकें. वहीं प्रशासन के लोग आक्रोशित श्रद्धालुओं को समझाने में जुटे हैं, लेकिन श्रद्धालु बासुकीनाथ जाने के लिए वाहन की व्यवस्था करने की मांग पर अड़े हुए हैं.
यह भी पढ़ें: