अलवर : शहर के लाल गेट गणेशजी महाराज के प्रति अब राजस्थान ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के भक्तों की मान्यता बढ़ रही है. घर में शुभ कार्य होने से पहले लाल गेट गणेशजी महाराज को पहला निमंत्रण पत्र देकर न्योता जाता है. लाल गेट के राजा गणपति महाराज को पहले न्योतने का काम अलवर ही नहीं बल्कि हरियाणा, गुजरात सहित अन्य राज्यों के भी भक्त निमंत्रण पत्र भेज रहे हैं. मंदिर के महंत के अनुसार देवउठनी एकादशी पर भगवान गणेश को 500 से ज्यादा निमंत्रण मिल चुके हैं. वहीं, नवंबर माह के सावे के लिए 1210 से ज्यादा निमंत्रण पत्र मिल चुके हैं.
गणेशजी को 500 से ज्यादा निमंत्रण : मंदिर के महंत भगवान सहाय ने बताया कि यहां अलवर के पूर्व महाराजा भी शीश नवाने के लिए आते थे. इस मंदिर की विशेषता है कि इसमें विराजित गणेशजी की प्रतिमा मिट्टी से निर्मित है. उन्होंने बताया कि देवउठनी एकादशी के लिए गणेशजी को 500 से ज्यादा निमंत्रण पत्र मिले हैं. पहले इस मंदिर में शहर के लोग ही आते थे, लेकिन अब शहर व जिला ही नहीं बल्कि अन्य राज्य के भी भक्त निमंत्रण भेज रहे हैं.
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महेंद्र भगवान सहाय ने बताया कि लाल गेट स्थित गणेश मंदिर के प्रति भक्तों की श्रद्धा है, इसलिए लोग यहां शुभ कार्यों के निमंत्रण भेजते हैं. उन्होंने बताया कि मंदिर में गुजरात के अहमदाबाद शहर से सबसे अधिक निमंत्रण आते हैं. इस साल 12,17, 22 और 24 नवंबर के सावे के निमंत्रण सबसे अधिक मिले हैं. वहीं, भक्त मंदिर में आकर मंदिर से सांकेतिक गणेशजी का रूप ले जाकर घर में विराजमान करते हैं.
वाहनों का भी पहला पूजन गणेश मंदिर में : मंदिर के महंत ने बताया कि अलवर शहर के लोग जब भी कोई नया वाहन लेते हैं, तो सबसे पहले लाल गेट के गणेश मंदिर आकर पूजा अर्चना करवाते हैं. उन्होंने कहा कि वाहनों का पूजन करवाना शुभ माना जाता है, इसके चलते बुधवार को भक्त बड़ी संख्या में मंदिर परिसर पहुंचते हैं.