नूंह: हरियाणा के नूंह नगर परिषद का चुनाव हुए करीब ढाई साल बीत चुके हैं. जिले में विकास कार्य अब शुरू हुए हैं. देर से ही सही, लेकिन शहर की काया पलट को लेकर नगर परिषद नूंह एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने कमर कस ली है. नूंह शहर में तकरीबन 9 से 10 करोड़ रुपये के विकास कार्य इस समय तेज गति से चल रहे हैं. अगले 15 दिनों में तकरीबन 10 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के टेंडर लगा दिए जाएंगे. कुल मिलाकर नूंह शहर की कायापलट होने से अब स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस ली है. नूंह शहर की गली, सड़क, नाली, पार्क और स्ट्रीट लाइटों पर ये राशि खर्च की जाएगी.
इन रास्तों पर होगा काम: अड़बर चौक से शाहपुर नंगली मोड तक तथा नूंह शहर के बीचों-बीच वाले पुराने दिल्ली-अलवर रास्ते को सीमेंट कंक्रीट से बनाया जा रहा है. इसके अलावा दिल्ली-अलवर गुरुग्राम राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए से सदर थाना नूंह तक के रास्ते को भी जल्दी बनाया जाएगा. इसके अलावा शहर में जितनी भी गली व रास्ते लंबे समय से नहीं बन पाए थे. अब उन सभी को सभी को बेहतर तरीके से बनाया जाएगा.
पॉलिसी में हुए बदलाव: नूंह नगर परिषद के अध्यक्ष संजय मनोचा ने बताया कि तकरीबन ढाई साल पहले नगर परिषद चुनाव हुए थे, लेकिन उस समय सरकार ने कुछ पॉलिसी में बदलाव किया था. जिसकी वजह से विकास कार्य नहीं हो पाए. उसके बाद नूंह शहर में हिंसा हो गई थी. लोकसभा तथा विधानसभा के चुनाव की वजह से आचार संहिता लगी. ये सभी कारण थे. जिससे विकास में देरी हुई. अब नूंह शहर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
विकास कार्यों के लिए कमेटी का गठन: जिस कमेटी के द्वारा नूंह शहर का विकास कराया जा रहा है, इसका गठन भी अब पार्षदों में से कर लिया गया है. यही कारण है कि अब शहर का विकास गति पकड़ रहा है. अध्यक्ष संजय मनोचा ने बताया कि तकरीबन 65 छोटी-बड़ी परियोजनाओं पर इस समय 9 करोड़ रुपये की राशि से विकास कार्य चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में 15 दिनों के अंदर अंदर तकरीबन 10 करोड रुपये के अन्य विकास कार्य भी कराए जाएंगे.
सड़क से लेकर सीवर तक का होगा निर्माण: यहां डंपिंग स्टेशन, पार्क, इंडोर स्टेडियम से लेकर तमाम तरह की सुविधा स्थानीय नागरिकों को मिलने जा रही हैं. नूंह शहर में तकरीबन ढाई साल बाद विकास कार्य शुरू होने से शहरी मतदाताओं ने भी राहत की सांस ली है. उन्होंने कहा है कि शहर में जलभराव, सफाई के अलावा सीवर इत्यादि समस्या लंबे समय से थी. पार्कों की हालत भी अच्छी नहीं थी, लेकिन अब उन पर विकास कार्य शुरू हो चुका है.
2005 में नया जिला बना था नूंह: वर्ष 2005 में नूंह को सरकार के द्वारा जिला बनाया गया था, लेकिन तकरीबन 20 वर्ष बाद भी नूंह शहर किसी जिला मुख्यालय की तरह नहीं बल्कि एक छोटे से शहर व कस्बे की तरह दिखाई देता है. शहर की काया पलट को लेकर नायब सिंह सैनी सरकार व जिला प्रशासन के तमाम वाला अधिकारी गंभीर दिखाई दे रहे हैं. 2025 में नूंह शहर अब गांव व कस्बों की तरह नहीं बल्कि किसी बड़े शहर की तरह विकास के एतबार से रूप लेने जा रहा है, जो इलाके के लिए एक अच्छी खबर है.