रायपुर: 2024 की विदाई के साथ ही नए साल की शुरुआत हो गई है. इस बार बुधवार से नया साल प्रारंभ हुआ है. नए वर्ष में विभिन्न राशियों पर इसका कैसा प्रभाव पड़ेगा. मेष राशि से लेकर मीन राशि वाले जातकों को कौन-कौन से उपाय करने होंगे, जिससे आने वाला साल 2025 उनके लिए सुखद और मंगलमय होगा. साल 2025 में तीन बड़े परिवर्तन होने वाले हैं. हम इस लेख के जरिए यह जानने की कोशिश करेंगे कि ग्रह नक्षत्र इस साल आपके जीवन को कितना प्रभावित करेंगे?
इस साल कब कब होंगे ज्योतिष की दुनिया में परिवर्तन: जिसमें पहला 29 मार्च 2025 को शनि कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं. दूसरा 14 मई 2025 को बृहस्पति वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और तीसरा 18 मई 2025 को राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं. इसका भी विभिन्न राशियों पर कुछ ना कुछ असर और प्रभाव भी देखने को मिलेगा. ज्योतिषी पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने साल 2025 के राशिफल की व्याख्या की है. यह विस्तृत राशिफल उनकी तरफ से दी गई है. इसके लिए ईटीवी भारत जिम्मेदार नहीं है.
मेष राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव? : मेष राशि वाले जातकों के लिए 18 मार्च तक जो ग्रहों की दशा है वो इस प्रकार है. राहु 12वें स्थान पर होंगे. ऐसे में राहु की शांति के लिए भगवान शिव का पूजन करें. गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें तो फायदा मिलेगा. इसके साथ ही इस राशि वाले जातक को गाय को गुड़ के साथ रोटी खिलाना फायदेमंद रहेगा. काले तिल का दान करना. शनिश्चर मंत्र का जाप करना जरूरी होगा. क्योंकि शनि के साथ में राहु भी 12 वें स्थान पर होंगे.
वृषभ राशि के बारे में जानिए: वृषभ राशि वाले जातकों के लिए साल 2025 में राहु 11वें स्थान पर होंगे. शाम की शुरुआत में ही आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना होगा. शनि 29 मार्च को कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे. यह भी वृषभ राशि वाले जातकों को लाभ दिलाएगा. इन्हें शनिश्चर मंत्र का जाप करना होगा. कुल मिलाकर साल में होने वाले तीन बड़े परिवर्तन के बाद भी इस राशि वाले जातक फायदे में रहेंगे. आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करने के साथ ही सूर्य को अर्द्ध दें.
मिथुन राशि का राशिफल: मिथुन राशि वाले जातकों पर बड़ा असर पड़ने वाला है. जब बृहस्पति मिथुन राशि में 14 मई को प्रवेश करेंगे तो लाइफ पार्टनर की सेहत, वर्क प्लेस में अड़चल की परेशानियां जरूर दिखाई पड़ सकती है. बृहस्पति के मंत्रों का जाप करने के साथ ही बड़ों का आशीर्वाद लेना जरूरी है. इस राशि वाले जातक को नियमित रूप से चंदन का टीका लगाना होगा. इस राशि वाले जातक को बहुत बड़ा चैलेंज दिखाई नहीं पड़ता.
कर्क राशि वालों का जीवन कैसा होगा?: कर्क राशि वाले जातकों की बात की जाए तो राहु मीन राशि से कुंभ में प्रवेश करेंगे. बृहस्पति 12 वें स्थान में रहेंगे, मतलब 14 मई के बाद बृहस्पति के मंत्रों का जाप करना बहुत जरूरी होगा, क्योंकि इसके चलते उनके काम में काफी अड़चनें आएगी. 18 मई 2025 के बाद जैसे ही राहु मीन से कुंभ में प्रवेश करेंगे. इस राशि वाले जातक के लिए ज्यादा पैनिक हो जाएगा. ऐसे में उन्हें बेवजह के विवादों से बचना होगा. इसके साथ ही साथ टाइम इन्वेस्टमेंट में तकलीफ भी बढ़ जाएंगे. लिटिगेशन की समस्या आ सकती है. इन्हें दत्तात्रेय कवच का पाठ करना जरूरी है. काले तिल का दान करना इनके लिए फायदेमंद होगा.
सिंह राशि के बारे में जानिए: सिंह राशि वाले जातकों के लिए राहु और शनि क्रमशः सातवें और आठवें स्थान पर मूव करेंगे. इसके साथ ही बृहस्पति 10 वें से 11वें स्थान पर जाएंगे. ऐसा माना जा सकता है कि रूटीन में बृहस्पति का असर बेहतर होने वाला है. बृहस्पति के कारण बहुत ज्यादा तकलीफ नहीं होने वाली है.
कन्या राशि का राशिफल जानिए: कन्या राशि वाले जातकों के लिए राहु और शनि छठवें और सातवें स्थान पर चलेंगे. इसके अलावा बृहस्पति दसवें स्थान पर चलेंगे. ऐसा मान सकते हैं कि ग्रहों की स्थितियां ठीक रहेगी. साल की शुरुआत में राहु सातवें स्थान पर होने से लाइफ पार्टनर की सेहत या रिश्तो में थोड़ी तकलीफ आ सकती है. कलिग के साथ मैनेज करना थोड़ी कठिन हो सकती है. ऋण रोग व्याधि शत्रुता बढ़ सकती है.
तुला राशि वाले जातकों की स्थिति: तुला राशि वाले जातकों के लिए जो बड़े चेंज आने वाले हैं उसमें 14 मई से पहले यदि देखें तो आत्मविश्वास मेहनत और पुरुषार्थ के नजरिए से देखें तो थोड़ा कम है. लेकिन उसके बाद का समय काफी अच्छा रहने वाला है. ऐसे मेष राशि वाले जातक को नियमित रूप से दत्तात्रेय कवच का पाठ करना चाहिए. भगवान शिव और शिवा की उपासना इसके साथ ही गाय को गुड़ के साथ रोटी खिलाए तो फायदा होगा.
वृश्चिक राशि का भाग्यचक्र समझिए: वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए राहु और केतु की शिफ्टिंग चौथे और पांचवें स्थान पर चलेंगे. इस राशि वाले जातक के लिए सबसे ज्यादा पैनिक टाइम 29 मार्च से 18 मई के बीच का समय रहेगा. इस दौरान देश और प्रदेश में भी कुछ बड़ी परेशानियां आ सकती हैं. ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है. पेट की तकलीफ वाहन का एक्सीडेंट परिवार में थोड़ी सी परेशानी आ सकती है.
धनु राशि वाले जातकों की स्थिति समझिए: धनु राशि वाले जातकों के लिए राहु और शनि तीसरे से चौथे और चौथे से तीसरे स्थान पर चलेंगे. बृहस्पति सातवें स्थान पर होंगे. कुल मिलाकर धनु राशि वाले जातकों के लिए चीज पहले से ज्यादा फेवरेबल और अच्छी होगी. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होगी. सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. संतान और परिवार को लेकर जो चिंताएं थी वह थोड़ी कम होगी. थोड़ी सी परेशानी 18 मई के बाद बढ़ सकती है. खासकर छात्रों को थोड़ी परेशानियां हो सकती हैं.
मकर राशि का राशिफल: मकर राशि वाले जातकों के लिए एक साथ डबल थ्रेट होंगे. इस राशि वाले जातक के लिए 18 मई के बाद का समय काफी ज्यादा पैनिक हो सकता है. 29 मार्च से 18 मई के बीच का समय यहां भी तीसरे स्थान में शनि और राहु होंगे. ऐसी स्थिति में काफी ज्यादा परेशानियां दिखाई पड़ सकती है. यहां पर भी वाणी पर संयम और धैर्य रखने की जरूरत पड़ेगी. कुल मिलाकर इस राशि वालों को प्रयास अच्छे करने की जरूरत है. शनि, राहु जब एक साथ हो तो ऐसी स्थिति में भगवान शिव और दत्तात्रेय की पूजा ही इस राशि वाले जातक को बचा सकते हैं.
कुंभ राशि वाले जातकों के सितारों की चाल: 29 मार्च के बाद जो शनि है. वह धन स्थान पर होंगे. थोड़ी सी बेहतर कंडीशन दिखाई पड़ती है. क्योंकि शनि लाभ स्थान पर जा रहे हैं. लेकिन जब शनि और राहु दूसरे स्थान पर एक साथ होंगे, तो पितृ दोष के कारण आकस्मिक हानि हो सकती है. इसके साथ शारीरिक कष्ट या पारिवारिक परेशानियां एक्सीडेंट, चोट की संभावना बन सकती है. ऐसे में 29 मार्च 2025 से 18 मई 2025 के बीच के समय में संकट मोचन और हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ ही बजरंग बाण का पाठ करने से फायदा मिलेगा.
मीन राशि का वर्षफल समझिए: 29 मार्च 2025 से 18 मई 2025 के बीच का समय मीन राशि वाले के लिए काफी ज्यादा पैनिक रहने वाला है. इसके पहले काफी ज्यादा रिलैक्स मिलेगा. ऐसा भी नहीं है कि साल की शुरुआत से ही राहुल लग्न में होगा और शनिवार 12 वें स्थान पर होंगे. उलझने और खर्च दोनों बढ़ते नजर आ रहे हैं. मीन राशि वाले जातकों के लिए नया साल यानी 2025 काफी चैलेंजिंग भरा होगा.
डिस्क्लेमर (Disclaimer): यहां दी गई सभी जानकारियां ज्योतिषी पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी की तरफ से दी गई है. इस जानकारी के लिए ईटीवी भारत उत्तरदायी नहीं है.